नई दिल्ली, 20 अप्रैल। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के अगले माह भारत दौरे पर आने की संभावना है। वह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की गोवा में होने वाली मीटिंग में हिस्सा लेने आएंगे। यह बैठक चार व पांच मई को प्रस्तावित है।
किसी पाकिस्तानी नेता का 9 वर्षों में पहला भारत दौरा
बिलावल भुट्टो जरदारी बीते नौ वर्षों में भारत का दौरा करने वाले पाकिस्तानी नेता होंगे। अंतिम बार 2014 में तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ आए थे। तब वह नवनियुक्त पीएम नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। किसी पाक विदेश मंत्री की भारत दौरे की बात करें तो अंतिम बार 2011 में पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने भारत का दौरा किया था। फिलहाल पठानकोट हमले, उड़ी अटैक और फिर पुलवामा हमले जैसी घटनाओं के चलते दोनों देशों के रिश्ते निचले स्तर पर पहुंच गए थे।
बीते कई सालों से दोनों देशों के शीर्ष नेतृत्व के बीच संवाद भी नहीं रहा है। ऐसे में पाक विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी का भारत दौरा अहम है। पाक विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जाहरा बलोच ने इल्लामाबाद में गुरुवार को बिलावल भु्ट्टो के गोवा आने की जानकारी दी।
पाक प्रवक्ता ने कहा, ‘हमारे विदेश मंत्री का दौरा यह बताने के लिए है कि पाकिस्तान कैसे एससीओ के लिए प्रतिबद्ध है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पाकिस्तान को एससीओ समिट में शामिल होने के लिए इस्लामाबाद स्थित उच्चायोग के जरिए न्योता भेजा है।’
गौरतलब है पाकिस्तान की ओर से कई बार भारत के साथ रिश्ते सामान्य करने की अपील की गई है। उसकी ओर से बातचीत का प्रस्ताव भी दिया गया है, लेकिन भारत ने उसे आतंकवाद के मसले पर दोटूक कहा है कि जब तक सीमापार आतंकवाद नहीं थमता, बातचीत नहीं हो सकेगी। इसके अलावा पाकिस्तान की ओर से कश्मीर का मसला बार-बार वैश्विक मंच पर उठाने पर भी भारत ने सख्त आपत्ति जताई है।