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पाक क्रिकेट बोर्ड पर फिर लगा भाई-भतीजावाद का आरोप, अब सानिया के पति शोएब मलिक का करिअर दांव पर

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नई दिल्ली, 15 मई। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ हरफनमौला खिलाड़ियों में एक व पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शोएब मलिक ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) पर भाई-भतीजावाद का आरोप लगाया है। उन्होंने साथ ही कहा कि अगर उन्हें दोबारा पाकिस्तानी टी-20 अंतरराष्ट्रीय टीम में शामिल नहीं किया जाता तो इससे उन्हें हैरानी नहीं होगी।

भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा के पति शोएब ने एक इंटरव्यू में आरोप लगाया कि पाकिस्तान में टीम चयन में ‘नेपोटिज्म’ होता है और जिम्बाब्वे सीरीज के लिए पर उसी आधार पर चयन किया गया था। सिस्टम में बैठे लोग जिसे चाहते थे, वही टीम के अंदर था। वैसे पीसीबी को लेकर ऐसे आरोप नए नहीं हैं। यदाकदा उसके ही खिलाड़ी उसपर भ्रष्टाचार और पक्षपात जैसे संगीन आरोप लगाते रहे हैं।

सिस्टम में बैठे लोग जिसे चाहते हैं, वही टीम में होता है

एक रिपोर्ट के अनुसार टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 10 हजार रन पूरा करने वाले इकलौते पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब का मानना है कि अब टीम में सिर्फ उन्हीं लोगों का चयन किया जाता है, जिनकी सिस्टम में बैठे लोगों से पहचान है।

शोएब मलिक ने यह भी कहा कि चयन का आधार लीग या घरेलू क्रिकेट में किया गया प्रदर्शन होना चाहिए न कि कोई एक मैच। खिलाड़ियों का चयन किसी भी टीम में मेरिट पर किया जाता है न कि उनकी पहुंच के दम पर।

टीम चयन में कप्तान का फैसला निर्णायक होना चाहिए

उन्होंने जिम्बाब्वे सीरीज का उदाहरण देते हुए कहा कि कप्तान बाबर आजम टीम में कुछ ऐसे खिलाड़ियों को रखना चाहते थे, लेकिन उनका चयन नहीं किया गया। उन्होंने इस बात का समर्थन किया कि टीम चयन में कप्तान का फैसला निर्णायक होना चाहिए। इसकी साफ वजह है कि कप्तान मैदान पर अपने चुने हुए खिलाड़ियों के दम पर लड़ता है। अगर खिलाड़ी मेरिट के नहीं हैं तो टीम नहीं जीत सकती।

इसमें दो राय नहीं कि इंग्लैंड के खिलाफ एक सितम्बर, 2020 को अपना अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेलने वाले शोएब मलिक का करिअर भी इस बयान के बाद दांव पर लग गया है। इस बाबत उन्होंने कहा, ‘मुझे इस बात का कोई दुख नहीं होगा, अगर पाकिस्तानी टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीम में मुझे शामिल नहीं किया जाए।’

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