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ओवैसी ने कहा – पीएम मोदी ने चुनाव में मुसलमानों के खिलाफ अनगिनत झूठ बोले, बहुत ज्यादा ‘नफरत’ फैलाई है

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नई दिल्ली, 15 मई। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख और भाजपा सरकार के सबसे कठोर आलोचकों में एक असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘मुसलमानों के प्रति नफरत’ के आरोपों पर दी गई सफाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि पीएम मोदी ने चुनाव के दौरान मुसलमानों के खिलाफ अनगिनत झूठ बोले हैं, उनके खिलाफ बहुत ज्यादा ‘नफरत’ फैलाई है।

पीएम मोदी की पूरी राजनीतिक यात्रा मुस्लिम विरोधी राजनीति‘ पर आधारित

समाचार वेबसाइट हिन्दुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार ओवैसी ने बुधवार को कहा कि पीएम मोदी की पूरी राजनीतिक यात्रा ‘मुस्लिम विरोधी राजनीति’ पर आधारित है। ओवैसी ने दावा किया कि पीएम मोदी ने अपने लोकसभा चुनाव अभियान के दौरान ‘मुसलमानों के खिलाफ अनगिनत झूठ और अत्यधिक नफरत’ फैलाई।

पिछले चार बार से हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने कहा कि पीएम मोदी की सफाई पूरी तरह झूठी है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के भाषण सुनने के बावजूद भाजपा को वोट देने वालों पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘मोदी ने अपने भाषण में मुसलमानों को घुसपैठिया और बहुत अधिक बच्चे वाले लोग कहा था। अब वह कह रहे हैं कि मुसलमानों के बारे में बात नहीं कर रहे थे। उन्होंने कभी हिंदू-मुसलमान नहीं किया। यह झूठी सफाई देने में भी इतना समय क्यों लगा?’

गौरतलब है कि पिछले माह राजस्थान के बांसवाड़ा में एक चुनावी रैली में पीएम मोदी ने अपनी टिप्पणी से विवाद खड़ा कर दिया था कि कांग्रेस देश की संपत्ति को उन्हें बांटने की योजना बना रही है, ‘जिनके पास अधिक बच्चे और घुसपैठिए हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं हैरान हूं, जब भी मैं अधिक बच्चों वाले लोगों की बात करता हूं, तो यह निष्कर्ष निकाला जाता है कि वे मुस्लिम हैं? आप मुसलमानों के प्रति इतने अन्यायी क्यों हैं? गरीब परिवारों में भी यही स्थिति है। जहां गरीबी है, वहां अधिक बच्चे हैं, चाहे उनका सामाजिक दायरा कुछ भी हो। मैंने हिन्दू या मुस्लिम का जिक्र नहीं किया है। मैंने कहा है कि आपको उतने ही बच्चे पैदा करने चाहिए, जिनकी देखभाल आप कर सकें।’

गोधरा दंगों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनके विरोधियों ने साल 2002 में गोधरा में हुए दंगों के बाद मुसलमानों के बीच उनकी छवि खराब कर दी। उन्होंने कहा, “यह मुद्दा मुसलमानों के बारे में नहीं है। भले ही व्यक्तिगत तौर पर मोदी कितने भी मुसलमान समर्थक क्यों न हों। ये एक विचार की लहर है, जो उन्हें आदेश देती है, ‘यह करो, वह करो’।”

इस बीच बीते मंगलवार (14 मई) को वाराणसी में नामांकन से पहले एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने मुसलमानों से संबंधित पूछे गए सवाल पर कहा, “मेरे घर के आसपास सभी मुस्लिम परिवार थे। ईद हमारे घर में भी मनाई जाती थी। ईद के दिन हमारे घर में खाना नहीं बनता था, पड़ोस से आता था। जब मुहर्रम शुरू होता था तो हमारे यहां खाना आता था। हमें ताजिया के नीचे से सिखाया जाता था। मैं उसी दुनिया में बड़ा हुआ हूं, लेकिन 2002 में हुए गोधरा दंगे के बाद मेरी छवि खराब की गई।’

‘जिस दिन हिन्दू-मुसलमान शुरू कर दूंगा, सार्वजनिक क्षेत्र में रहने का हकदार नहीं रहूंगा’

यह पूछे जाने पर कि क्या इस लोकसभा चुनाव में मुसलमान उन्हें वोट देंगे, पीएम मोदी ने कहा, ‘देश की जनता मुझे वोट देगी। जिस दिन मैं हिन्दू-मुसलमान करना शुरू कर दूंगा, मैं सार्वजनिक क्षेत्र में रहने का हकदार नहीं रहूंगा। मैं हिन्दू-मुस्लिम नहीं करूंगा। यह मेरी प्रतिज्ञा है।’