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बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला : कैबिनेट मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता के दूसरे फ्लैट से 20 करोड़ से ज्यादा नकदी और 3 किलो सोना बरामद

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कोलकाता, 27 जुलाई। पश्चिम बंगाल के कैबिनेट मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया टाउन क्लब स्थित आवास से भी कई करोड़ रुपये नकदी के अलावा तीन किलोग्राम सोना बरामद किया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ईडी की छापेमारी के दौरान देर रात तक नोट गिनने वाली तीन मशीनों से 20 करोड़ रुपये गिने जा चुके थे। बताया जा रहा है कि यह नकदी और ज्यादा हो सकती है। इन पैसों को ले जाने के लिए ईडी द्वारा 20 ट्रंक भी मंगवाए गए हैं।

दक्षिण कोलकाता स्थित फ्लैट से मिले थे 21 करोड़ रुपये

अर्पिता को राज्य के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी का करीबी माना जाता है, जिन्हें एजेंसी ने इसी मामले में गिरफ्तार कर रखा है। ईडी ने मुखर्जी को उनके दक्षिण कोलकाता स्थित फ्लैट से 21 करोड़ रुपये की नकदी मिलने के एक दिन बाद 23 जुलाई को गिरफ्तार किया था। अधिकारी ने बताया कि इस बार उत्तर कोलकाता के बेलघरिया स्थित फ्लैट से नकदी मिली है, जिसकी मालकिन मुखर्जी हैं।

बेलघरिया के रथाला इलाके में अर्पिता के दो फ्लैटों को ताला तोड़कर खोला गया

ईडी के अधिकारी ने कहा कि बेलघरिया के रथाला इलाके में अर्पिता के दो फ्लैटों को ताला तोड़कर खोला गया क्योंकि उनकी चाबियां नहीं मिलीं। अधिकारी ने बताया, ‘हमें हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में दो में से एक फ्लैट में काफी नकदी मिली है। हमने रुपयों की गिनती के लिए तीन मशीनें मंगवाई हैं, ताकि पता चले कि वास्तव में कितनी राशि है।’

अर्पिता ने पूछताछ में कोलकाता के आसपास अपनी संपत्ति की जानकारी दी थी

उन्होंने बताया कि फ्लैटों की तलाशी के दौरान कई अहम दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। मुखर्जी ने पूछताछ के दौरान ईडी को कोलकाता के आसपास की अपनी संपत्ति की जानकारी दी थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह से ही इन संपत्तियों पर छापेमारी की काररवाई की जा रही है। पार्थ और अर्पिता से पूछताछ के बारे में अधिकारी का कहना था कि मुखर्जी जांच में सहयोग कर रही हैं, लेकिन मंत्री का रवैया असहयोगात्मक है।

गौरतलब है कि कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग की अनुशंसा पर सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में समूह ‘ग’ और ‘घ’ वर्ग के कर्मचारियों और शिक्षकों की भर्ती में हुई कथित अनियमितता की जांच कर रही है। वहीं, ईडी घोटाले में धनशोधन के कोण से जांच कर रहा है। जब यह कथित घोटाला हुआ था, उस समय पार्थ चटर्जी राज्य के शिक्षामंत्री थे।