पटना, 28 मार्च। बिहार विधानसभा में सोमवार को राजद विधायकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक दिन पूर्व हुए हमले का मुद्दा उठाया और राज्य के डीजीपी को हटाने की मांग कर डाली।
ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में रविवार को एक बड़ी चूक का मामला सामने आया था, जब नीतीश के पैतृक शहर पटना के बाहरी इलाके बख्तियारपुर में विक्षिप्त युवक ने पीछे से उन पर हमला करने का प्रयास किया था। घटना शाम करीब पांच बजे हुई थी, जब सीएम नीतीश स्वतंत्रता सेनानी पंडित शीलभद्र याजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने जा रहे थे, तभी युवक उन तक पहुंच गया और उनपर हाथ लगाने की कोशिश की। लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने युवक को तत्काल दबोच लिया था।
राजद का आरोप – बिहार में सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है
राजद विधायक ललित यादव ने यह सवाल उठाते हुए कहा कि बिहार में सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है। अब तो मुख्यमंत्री भी सुरक्षित नहीं हैं। डीजीपी पूरी तरह से फेल साबित हो रहे हैं. इसके बाद पूरे विपक्ष ने सुरक्षा में चूक मामले पर डीजीपी को हटाने की मांग की।
विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने विधानसभा में हंगामें के बीच कहा कि यह काफी चिंता वाली बात है। सरकार इस मामले को देख रही है। विधानसभा अध्यक्ष ने इस गंभीर मुद्दे पर उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद से सदन में जानकारी देने को कहा।
उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने सदन को दी जानकारी
उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री के साथ जो घटना घटी है, वह काफी दुःखद है। सरकार इस मामले को देख रही हैय़ सभी पहलुओं पर गौर कर रही है। लेकिन सरकार के जवाब के बाद भी विपक्ष शांत नहीं हुआ और देर तक हंगामा करता रहा।
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने घटना की निंदा की
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि किसी के साथ भी जनता को ऐसा नहीं करना चाहिए। ऐसी घटना किसी के साथ भी हो सकती है। उन्होंने हाथ जोड़कर कहा कि चाहे किसी भी दल का नेता क्यों न हो, ऐसा दुर्व्यवहार नहीं होना चाहिए।
इस बीच रविवार की घटना की निंदा करते हुए दुकानदारों ने बख्तियारपुर में दुकाने बंद कर दीं और सडकों पर धरना-प्रदर्शन के बीच काली पट्टी बांधकर विरोध जताया।