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किसानों के समर्थन में विपक्ष का संसद से जंतर मंतर तक मार्च, राहुल बोले – काले कृषि कानूनों को रद करना ही होगा

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नई दिल्ली, 6 अगस्त। केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले नौ माह से चल रहे किसान संगठनों के आंदोलन को समर्थन देने के लिए लगभग सम्पूर्ण विपक्ष ने शुक्रवार को संसद से जंतर मंतर तक मार्च निकाला और वहां इन कानूनों को वापस लेने की मांग बुलंद की।

गौरतलब है कि किसानों का आंदोलन वैसे तो राष्ट्रीय राजधानी की सिंधु व टिकरी सहित तीन सीमाओं पर जारी है। लेकिन संसद के मॉनसून सत्र के दौरान किसानों ने अपना आंदोलन जंतर-मंतर पर ‘किसान संसद’ के रूप में शिफ्ट कर रखा है। इस दौरान प्रतिदिन लगभग दो सौ किसान जंतर-मंतर पर एकत्र होते हैं और पूर्वाह्न 11 बजे से शाम बजे तक उनकी पंचायत चलती है।

इस बीच पेगासस सहित तमाम मुद्दों पर संसद में जारी गतिरोध के बीच विपक्षी दलों ने शुक्रवार को विपक्षी नेताओं का एक दल संसद से बस पर सवार होकर जंतर मंतर पहुंचा। इस ग्रुप में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, संजय राउत, मनोज झा, डीएमके के टी. शिवा समेत लगभग सभी विपक्षी पार्टियों के नेता शामिल रहे। जंतर मंतर पर विपक्षी सांसदों ने किसानों के समर्थन में प्रदर्शन किया और Save farmers, Save India के नारे लगाए।

नरेंद्र मोदी ने देश में सभी के फोन में पेगासस भर दिया है

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इस दौरान कहा कि पूरा विपक्ष किसानों के समर्थन में संसद से जंतर-मंतर आया है। यहां पर सभी विपक्षी दल हिन्दुस्तान के सभी किसानों को अपना पूरा का पूरा समर्थन देने पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इन तीनों काले कृषि कानूनों को रद करना ही होगा। इस पर चर्चा से काम नहीं चलने वाला है।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘संसद में क्या हो रहा है, ये आप जानते हैं? संसद में हम पेगासस पर चर्चा करना चाहते हैं, लेकिन इस पर बहस नहीं हो रही है। नरेंद्र मोदी ने देश में सभी के फोन में पेगासस भर दिया है।

हालांकि विपक्ष के इस प्रदर्शन में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस, मायावती की बहुजन समाज पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी शामिल नहीं थी।

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