नई दिल्ली, 22 जुलाई। विपक्षी दलों ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की मांग को लेकर मानसून सत्र में लगातार दूसरे दिन संसद नहीं चलने दी। विपक्ष के हंगामे के चलते मंगलवार को भी दोनों सदनों की कार्यवाही दो बार स्थगित होने के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष से सदन को चलने देने का अनुरोध करते हुए कहा कि सरकार उनकी मांगों के अनुरूप चर्चा को तैयार है, फिर भी विपक्ष दोहरे मानदंड अपना रहा है।
विपक्ष के सभी मुद्दों पर एक साथ चर्चा संभव नहीं
किरेन रिजिजू ने लोकसभा में दो बार के स्थगन के बाद विपक्ष से अनुरोध किया कि वे सदन को चलने दें। उन्होंने बताया कि कार्य मंत्रणा समिति में चर्चा हुई थी, जिसे अंतिम रूप नहीं दिया गया है। विपक्ष सरकार से ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा चाहता है, जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया है, लेकिन विपक्ष के सभी मुद्दों पर एक साथ चर्चा संभव नहीं है।
#WATCH। बैठक में ये तय किया गया कि सबसे पहले 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा होगी। इसके लिए समय भी तय किया गया है। एक साथ सारे मुद्दे पर चर्चा संभव कैसे है ? @KirenRijiju #MonsoonSession #LokSabha @mygovindia pic.twitter.com/xih8MmziDJ
— SansadTV (@sansad_tv) July 22, 2025
देश के करोड़ों रुपये का हो रहा नुकसान
रिजिजू ने कहा कि कार्य मंत्रणा समिति में ऑपरेशन सिंदूर पर किस नियम के तहत कितनी देर चर्चा होनी है, तय किया गया है। एक साथ सभी मुद्दों पर चर्चा संभव नहीं है। विपक्ष चर्चा की मांग कर रहा है और सरकार इसे स्वीकार कर रही है, ऐसे में विपक्ष का दोहरा मानदंड नहीं चलेगा। देश के करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है।
इसके बाद पीठासीन अधिकारी दिलीप सैकिया ने विपक्ष से सरकार के अनुरोध पर विचार करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सदन में प्लेकार्ड और पोस्टर लाना गणतंत्र के लिए ठीक नहीं है। शोर-शराबा रुकते न देख उन्होंने कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया।
इसके पूर्व सुबह कार्यवाही की शुरुआत में अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्ष को हंगामे के दौरान नारेबाजी नहीं करने और तख्तियां लेकर नहीं आने के लिए कहा। उनके बार-बार कहने पर भी हंगामा जारी रहा, जिसके चलते कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। 12 बजे भी कार्यवाही नहीं चली और दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा में भी रही यही स्थिति
दूसरी ओर राज्यसभा में भी यही स्थिति रही और उप सभापति हरिवंश को कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित करना पड़ी। कार्यवाही की शुरुआत में उप सभापति ने शून्यकाल को चलने देने का अनुरोध किया। लेकिन विपक्ष के हंगामे के चलते कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। 12 बजे दोबारा सदन शुरू होने पर हंगामा जारी रहा और कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित हो गई। उसके बाद भी विपक्ष का हंगामा जारी रहा तो उच्च सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी।
पहले दिन भी दोनों सदनों में रहा था व्यवधान
संसद सत्र के पहले दिन सोमवार को भी दोनों सदनों में व्यवधान रहा। विपक्ष पहलगाम मुद्दे पर चर्चा की मांग करता रहा है। इसी बीच बीती रात उप राष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

