नई दिल्ली, 18 दिसम्बर। ‘संविधान की 75 वर्ष की गौरवशाली यात्रा’ पर चर्चा के दौरान बीती शाम राज्यसभा में बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर को लेकर गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी पर बुधवार को विपक्ष ने संसद में जमकर हंगामा किया। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर को लेकर दिए बयान पर आपत्ति जताते हुए सदन में चर्चा की मांग की। उन्होंने इस संबंध में लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव की नोटिस भी दी।
शाह ने आंबेडकर की विरासत का अपमान किया : मणिकम टैगोर
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने नोटिस में कहा, ‘मैं सदन का ध्यान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा 17 दिसम्बर, 2024 को सदन में डॉ. बी.आर. आंबेडकर के संबंध में की गई अपमानजनक टिप्पणियों की ओर आकर्षित करना चाहता हूं। ये टिप्पणियां न केवल डॉ. आंबेडकर की विरासत का अपमान करती हैं, बल्कि उन करोड़ों लोगों की भावनाओं को भी आहत करती हैं, जो उन्हें आधुनिक भारत के संस्थापक और सामाजिक न्याय और समानता के प्रतीक के रूप में सम्मान देते हैं।’
टैगोर ने कहा कि गृहमंत्री ने जो भरे सदन में बाबा साहेब का अपमान किया है, उससे ये फिर एक बार सिद्ध हो गया है कि भाजपा-आरएसएस तिरंगे के खिलाफ थे। उनके पुरखों ने अशोक चक्र का विरोध किया। संघ परिवार के लोग पहले दिन से भारत के संविधान के बजाय मनुस्मृति लागू करना चाहते थे।
किरेन रिजिजू ने विपक्षी दलों पर बोला हमला
विपक्षी दलों के हंगामे पर कैबिनेट मंत्री किरेन रिजिजू ने जवाब दिया। उन्होंने कहा, “हम लोगों ने अमित शाह के पूरे बयान को सुना है।गृह मंत्री जी ने बहुत साफ शब्दों में बाबा साहेब के प्रति श्रद्धा का भाव व्यक्त किया था। साथ ही उन्होंने बताया कि बाबा साहेब के जीते जी कांग्रेस पार्टी ने कैसे उनका अपमान किया। उनके परिनिर्वाण के इतने दिनों के बाद भी उन्हें ‘भारत रत्न’ से सम्मानित नहीं किया गया।”
कांग्रेस नेताओं ने मकर द्वार पर किया प्रदर्शन
इस बीच कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के संदर्भ में की गई एक टिप्पणी को लेकर बुधवार को संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और शाह से माफी की मांग की। संसद भवन के ‘मकर द्वार’ के निकट कांग्रेस, द्रमुक और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सांसद एकत्र हुए और शाह की टिप्पणी को लेकर विरोध जताते हुए नारेबाजी की। उन्होंने ‘जय भीम’ और ‘बाबा साहेब का अपमान, नहीं सहेगा हिन्दुस्तान’ के नारे लगाए।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, द्रमुक नेता टी आर बालू और कई विपक्षी सांसद बाबा साहेब की तस्वीर लेकर प्रदर्शन में शामिल हुए।
शैलजा बोलीं – गृह मंत्री जी को देश से माफी मांगनी चाहिए
कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा ने आरोप लगाया, ‘गृह मंत्री ने उच्च सदन में बाबासाहेब का अपमान किया है। ये लोग सिर्फ चुनाव और राजनीतिक हित के लिए बाबा साहेब का नाम लेते हैं। बाद में उनका अपमान करते हैं। हमारे लिए संविधान किसी पवित्र ग्रंथ से कम नहीं है और बाबा साहेब, भगवान से कम नहीं हैं। गृह मंत्री जी को देश से माफी मांगनी चाहिए।’