नई दिल्ली, 14 सितम्बर। विपक्षी गठबंधन INDIA ने गुरुवार को 14 टीवी पत्रकारों की सूची जारी की है। गठबंधन ने इन टेलीविजन एंकरों और उनके टीवी शो के बहिष्कार का फैसला किया गया है। फैसले के तहत गठबंधन के नेता उन एंकरों की बहस और शो में नहीं जाएंगे।
गठबंधन की समन्वय समिति की बैठक में लिया गया निर्णय
कांग्रेस के मीडिया प्रभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने सोशल मीडिया मंच X पर यह सूची जारी की और कुछ देर बाद एक वीडियो शेयर करते हुए इंडिया गठबंधन के फैसले की जानकारी दी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार के घर पर बुधवार की हुई गठबंधन की समन्वय समिति की पहली बैठक में एंकरों और उनसे संबंधित शो को सूचीबद्ध करने का निर्णय लिया गया।
The following decision was taken by the INDIA media committee in a virtual meeting held this afternoon. #JudegaBharatJeetegaIndia #जुड़ेगा_भारत_जीतेगा_इण्डिया pic.twitter.com/561bteyyti
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) September 14, 2023
पवन खेड़ा बोले – ‘हम नफरत के बाजार के ग्राहक नहीं बनेंगे‘
पवन खेड़ा ने वीडियो में कहा, “रोज शाम पांच बजे से कुछ चैनल्स पर नफरत की दुकानें सजायी जाती हैं। हम नफरत के बाजार के ग्राहक नहीं बनेंगे। हमारा उद्देश्य है ‘नफरत मुक्त भारत’। बड़े भारी मन से यह निर्णय लिया गया कि कुछ एंकर्स के शोज व इवेंट्स में हम भागीदार नहीं बनें। हमारे नेताओं के ख़िलाफ अनर्गल टिप्पणियां, फेक न्यूज़ आदि से हम लड़ते आए हैं और लड़ते रहेंगे, लेकिन समाज में नफरत नहीं फैलने देंगे। मिटेगी नफरत-जीतेगी मुहब्बत।”
रोज़ शाम पाँच बजे से कुछ चैनल्स पर नफ़रत की दुकानें सजायी जाती हैं।
हम नफ़रत के बाज़ार के ग्राहक नहीं बनेंगे। हमारा उद्देश्य है ‘नफ़रत मुक्त भारत’।
बड़े भारी मन से यह निर्णय लिया गया कि कुछ एंकर्स के शोज़ व इवेंट्स में हम भागीदार नहीं बनें। हमारे नेताओं के ख़िलाफ़ अनर्गल… pic.twitter.com/2xhxh2Hm9h— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) September 14, 2023
गौरतलब है कि विपक्ष ने बार-बार मीडिया के एक वर्ग पर शत्रुता का आरोप लगाया है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस ने बार-बार मीडिया के एक वर्ग पर इसे कम कवरेज देने का आरोप लगाया था। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया था कि लोग यात्रा का समर्थन कर रहे थे और सोशल मीडिया भी। लेकिन मुख्यधारा मीडिया ने इसका बहिष्कार जारी रखा हुआ था।
मीडिया खबरों के अनुसार ऑफ द रिकॉर्ड कई नेताओं ने जवाबी काररवाई के संकेत भी दिए थे। गहलोत ने कहा था, ‘मेरा आरोप है कि संपादकों ने यात्रा का बहिष्कार किया है। लाखों लोग इस अभियान से जुड़ रहे हैं। क्या इतना बड़ा अभियान नहीं दिखाओगे?’ मई, 2019 में भी कांग्रेस ने एक महीने के लिए टेलीविजन शो का बहिष्कार किया था।