बेंगलुरु, 29 मार्च। भारत निर्वाचन आयोग ने बुधवार को कर्नाटक विधानसभा चुनाव का बिगुल बजा दिया। 10 मई को एक फेज में सभी 224 सीटों पर मतदान होंगे और 13 मई को नतीजे आ जाएंगे। इस बीच विधानसभा चुनाव को लेकर एबीपी न्यूज और सी वोटर ने एक सर्वे कराया है, जिसमें कांग्रेस की सत्ता में एक वापसी के संकेत मिल रहे हैं और उसे अकेले दम पर पूर्ण बहुमत मिलने का अनुमान है। वहीं सत्तारूढ़ भाजपा को तगड़ा झटका लग सकता है और पार्टी दूसरे नंबर पर खिसकती नजर आ रही है जबकि जेडीएस तीसरे नंबर पर रह सकती है।
कांग्रेस को कर्नाटक 115-127 सीटें मिलने का अनुमान
एबीपी न्यूज-सी वोटर के ओपिनियन पोल के अनुसार, कांग्रेस को कर्नाटक चुनाव में 115-127 सीटें मिलने का अनुमान है जबकि भाजपा 68-80 सीटों पर सिमटती दिख रही है। जेडीएस के खाते में 23-35 सीटें जा सकती हैं। अन्य को भी शून्य से दो सीटें मिलने के आसार हैं। वर्तमान में भाजपा के पास 119 सीटें हैं जबकि कांग्रेस के पास 75 सीटें हैं। जद (एस) के पास 28 विधायक हैं जबकि दो सीटें खाली हैं।
इस ओपिनियन पोल में 24 हजार 759 लोगों से उनकी राय ली गई है और एजेंसी का दावा है कि मार्जिन ऑफ एरर तीन से प्लस माइनस पांच फीसदी हो सकता है। यह पोल राज्य की सभी सीटों पर करवाया गया है।
ज्यादातर क्षेत्रों में कांग्रेस पड़ रही भारी
कर्नाटक के सभी क्षेत्रों में ज्यादातर में कांग्रेस को अधिक सीटें मिलती दिख रही हैं। ओपिनियन पोल के अनुसार, ग्रेटर बेंगलुरु की 32 सीटों पर कांग्रेस को 15-19 सीटें, जेडीएस को एक से तीन और बीजेपी को 11-15 सीटें मिल सकती हैं। ओल्ड मैसूर क्षेत्र में जेडीएस को 26-27, कांग्रेस को 24-28 सीटें मिल सकती हैं। मुंबई कर्नाटक के इलाकों में भाजपा को 21-25, कांग्रेस को 25-29, जेडीएस को शून्य से एक सीट मिल सकती है। हैदराबाद कर्नाटक में भाजपा को 8-12, कांग्रेस को 19-23 और जेडीएस को शून्य से एक सीट मिल सकती है। इसके अलावा सेंट्रल कर्नाटक क्षेत्र की बात करें तो यहां पर 25 सीटें हैं। वहां कांग्रेस को 18-22, भाजपा को 12-16 और जेडीएस को एक से दो सीटें मिलने का अनुमान है।
चुनाव के लिए 13 अप्रैल को जारी की जाएगी अधिसूचना
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने आज दिन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव के लिए अधिसूचना 13 अप्रैल को जारी की जाएगी और नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 20 अप्रैल होगी। कुमार ने कहा कि नामांकन पत्रों की जांच 21 अप्रैल को होगी और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 24 अप्रैल होगी।
कुमार ने कहा कि मतदाताओं की अधिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए मतदान के लिए बुधवार को चुना गया है, न कि सोमवार या शुक्रवार को। उन्होंने तर्क दिया, ‘लोग एक दिन की छुट्टी ले सकते हैं और एक लंबा सप्ताहांत कर सकते हैं। लेकिन बुधवार को मतदान कराने से यह संभावना कम हो गई है।’