श्रीनगर, 15 मई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज जम्मू-कश्मीर में समग्र सुरक्षा परिदृश्य और सशस्त्र बलों की युद्ध संबंधी तैयारियों की समीक्षा के लिए यहां पहुंचे और उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पाकिस्तान की छाती पर चोट पहुंचाई गई है, जिसका इलाज उसके आतंकियों को पनाह देना बंद करने से ही संभव है।
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकियों तथा उनके ठिकानों को निशाना बना कर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किए जाने के बाद से यह सिंह की केंद्र शासित प्रदेश की पहली यात्रा है। सिंह ने इस अवसर पर जवानों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भारत कभी युद्ध का पक्षधर नहीं रहा, लेकिन जब हमारी संप्रभुता पर हमला होगा तो हम जवाब देंगे।’’
Addressing the brave soldiers of the Indian Army at Badami Bagh Cantt, Srinagar. https://t.co/tpEqiG6btE
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) May 15, 2025
उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान की छाती पर चोट पहुंचाई गई और उसके जख्मों का एकमात्र इलाज आतंकी संगठनों को पनाह देना बंद करना तथा अपनी जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं होने देना ही है। सिंह ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने आतंकी संगठनों और पाकिस्तान में उनके आकाओं को साफ बता दिया कि उन्हें खुद को कहीं भी सुरक्षित नहीं मानना चाहिए।
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत पिछले 35-40 साल से सीमापार आतंकवाद का सामना करता रहा है। उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले को अंजाम देकर भारत के मस्तक को चोट पहुंचाने और देश की सामाजिक एकता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई।
राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से कहा था कि भारत में अब और आतंकवाद नहीं फैलाया जाएगा, लेकिन उसने भारत के साथ धोखा किया और आज भी धोखेबाजी कर रहा है। रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को स्पष्ट रूप से पुन: रेखांकित किया है, जिसमें कहा गया है कि किसी भी आतंकवादी हमले को युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में छिपे आतंकी और उनके आका अब भारतीय बलों के निशाने पर हैं।

