नई दिल्ली, 26 अप्रैल। भारत अब तक संघर्षग्रस्त सूडान से 534 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकाल चुका है और इसके लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन कावेरी के तहत भारतीय नौसैनिक जहाजों और भारतीय वायु सेना के विमानों के माध्यम से भारतीय नागरिकों को वहां से निकाला जा रहा है।
दो सौ अठहतर भारतीयों का पहला जत्था जेद्दा के लिए रवाना हुआ, जहां आगे की यात्रा के लिए एक पारगमन सुविधा स्थापित की गई है। आईएनएस सुमेधा पर मंगलवार शाम को 121 और 135 भारतीयों के दो अन्य जत्थों को जेद्दा के लिए रवाना किया गया था।
विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन को जेद्दा में हैं, जहां सूडान से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी की निगरानी के लिए एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। सेना और अर्धसैनिक बल के बीच लड़ाई शुरू होने के समय सूडान में मौजूद 3,000 से अधिक भारतीयों को निकालने के लिए और उड़ानें भरी जाएंगी।
सूडान में दो युद्धरत गुटों ने मंगलवार को तीन दिवसीय युद्धविराम की घोषणा की थी, जिसका लाभ उठाते हुए भारत ने अपने नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन कावेरी शुरू किया है। सूडानी सशस्त्र बलों और प्रतिद्वंद्वी रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के नेताओं ने मंगलवार से शुरू होने वाली लड़ाई को रोकने पर सहमति व्यक्त की है।
आरएसएफ ने कहा कि युद्धविराम का मतलब “मानवीय गलियारों की स्थापना करना है, जिससे नागरिकों और निवासियों को आवश्यक संसाधनों, स्वास्थ्य देखभाल और सुरक्षित क्षेत्रों तक पहुंचने की इजाजत मिलती है, साथ ही राजनयिक मिशनों को खाली कर दिया जाता है।”