नई दिल्ली, 26 नवंबर। कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन का शुक्रवार एक वर्ष पूरा हो गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में किसान राष्ट्रीय राजधानी के गाजीपुर, सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर एकत्र हुए। इसके साथ ही हरियाणा के बहादुरगढ़ में किसानों ने ‘किसान महापंचायत’ का आयोजन किया, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार बातचीत के लिए तैयार नहीं है और बिना सरकार से बातचीत के आंदोलन खत्म करने की कोई योजना नहीं है।
एमएसपी की गारंटी वाला कानून आने तक पीछे नहीं हटेंगे
राकेश टिकैत ने कहा कि अभी तो आंदोलन चल रहा है। केंद्र सरकार अगर बातचीत करेगी तो आगे का समाधान निकलेगा, वे बात ही नहीं करना चाहते हैं। बिना बात के कैसे समाधान निकलेगा। उन्होंने कहा, ‘जब तक एमएसपी की गारंटी देने वाला कानून नहीं आता, आंदोलन में मारे गए किसानों के परिजनों को मुआवजा नहीं मिलता, हम पीछे नहीं हटेंगे।’
Photos from Singhu border stage.@PSainath_org and many other prominent personalities are there at Kisan Morcha today.#1YearOfFarmersProtest#ConstitutionDay2021 pic.twitter.com/xo2RSfa3Pb
— Kisan Ekta Morcha (@Kisanektamorcha) November 26, 2021
‘हमारे 4 सवालों का जवाब दे सरकार’
उन्होंने कहा, ‘750 किसानों की मौत हुई, उसकी जिम्मेदारी, एमएसपी पर गारंटी कानून, अजय टेनी और किसानों पर मुकदमे, इन चार सवालों का जवाब दे सरकार। एमएसपी पर गारंटी कानून बने, ये ही मांगें हैं हमारी। क्या पता, दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड क्यों लगाए हैं। हम ट्रैक्टर रैली निकालेंगे, 29 नवंबर को यहां से 30 ट्रैक्टर जाएंगे।’