संभल, 24 नवम्बर। यूपी के संभल में शाही जामा मस्जिद के दोबारा सर्वे को लेकर रविवार की सुबह हुए बवाल में एक शख्स की मौत हो गई। वहीं उपद्रवियों की ओर से पुलिस पर पथराव व फायरिंग में डिप्टी कलेक्टर, एसपी के पीआरओ व पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और हल्का बल प्रयोग किया। एक अधिकारी ने बताया कि 10 लोगों को हिरासत में लिया गया है और हिंसा की जांच शुरू कर दी गई है।
डिप्टी कलेक्टर, एसपी के पीआरओ व पुलिसकर्मी घायल
प्राप्त जानकारी के अनुसार एक गली में से भीड़ ने पुलिस पर पथराव और फायरिंग कर दी। इस दौरान एक अज्ञात की गोली लगने से मौत हो गई जबकि डिप्टी कलेक्टर, एसपी के पीआरओ और सिपाही घायल हो गए। पुलिस ने लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़ते हुए भीड़ को दौड़ा लिया।
गुस्साई भीड़ ने कई वाहन फूंके
गुस्साई भीड़ ने मस्जिद के बाहर खड़ी कारों और बाइकों में आग लगा दी, जिससे कई गाड़ियां जल गईं। हालात को देखते हुए जिले के सभी बड़े अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। डीआईजी ने भी मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया।
उल्लेखनीय है कि सदर शाही जामा मस्जिद पर एक बार फिर हरिहर मंदिर होने का दावा किया गया। कैलादेवी मंदिर के महंत ऋषिराज गिरी ने सिविल न्यायालय में वाद दायर किया था। गत 19 नवम्बर को सर्वे किया गया था। उस दिन भी भीड़ आक्रोशित थी, लेकिन पुलिस प्रशासन ने हालात संभाल लिए थे।
कोर्ट के आदेश पर रविवार सुबह कोर्ट कमिश्नर रमेश राघव के साथ डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया व एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई की टीम सर्वे करने के लिए पहुंची। पुलिस ने मस्जिद के बाहर सभी रास्तों पर बैरियर लगाकर पूरे क्षेत्र को सील कर दिया, लेकिन चंद मिनटों में ही हजारों की भीड़ इकट्ठा हो गई।
पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने भीड़ को समझाने का प्रयास किया, लेकिन एक गली में से आई भीड़ ने पुलिस पर पथराव के साथ फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान गोली लगने से एक अज्ञात की मौत हो गई जबकि डिप्टी कलेक्टर रमेश बाबू, एसपी के पीआरओ संजीव कुमार और सिपाही आशीष वर्मा घायल हो गए। पुलिस ने भीड़ को पीछे हटाने के लिए लाठी चार्ज की और आंसू गैस के गोले छोड़े। भीड़ पीछे हटती, लेकिन फिर से आगे बढ़ जाती।
बाजार बंद
गुस्साई भीड़ ने मस्जिद के बाहर खड़ी कार और बाइकों को फूंक दिया। बवाल की सूचना पर डीआईजी ने जामा मस्जिद पहुंचकर एसपी से हालातों के बारे में जानकारी ली। टीम ने कड़ी सुरक्षा में सर्वे किया और दो घंटे बाद बाहर निकल गई। सर्वे के बाद भी शहर में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। संभल में बवाल के बाद अधिकतर क्षेत्रों में बाजार बंद है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ड्रोन, सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से लोगों की पहचान की जाएगी। उन्होंने कहा कि पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिनमें से एक-दो पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि पथराव करने वालों और उन्हें उकसाने वालों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेसिया ने कहा, ‘ हमने पथराव की घटना के सिलसिले में करीब 10 लोगों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।’ पेसिया ने पत्रकारों से कहा कि उपद्रवियों को खदेड़ दिया गया और अब उनके खिलाफ कठोर से कठोर काररवाई की जाएगी।
वहीं लखनऊ में राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने कहा, ‘संभल में स्थिति नियंत्रण में है और हम हालात पर नजर रख रहे हैं। स्थानीय पुलिस और प्रशासन के सभी अधिकारी मौके पर हैं। जल्द ही असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त काररवाई की जाएगी।’
मायावती ने सरकार और सुप्रीम कोर्ट से संज्ञान लेने की मांग की
उधर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि यूपी के संभल जिले की शाही जामा मस्जिद को लेकर अचानक विवाद, सुनवाई और फिर उसके फौरन ही बाद आपाधापी में सर्वे की खबरें राष्ट्रीय चर्चा व मीडिया की सुर्खियों में है, किन्तु इस प्रकार से सदभाव व माहौल को बिगाड़ने का संज्ञान सरकार तथा माननीय सुप्रीम कोर्ट को भी जरूर लेना चाहिए।
विष्णु शंकर जैन बोले – एडवोकेट कमिश्नर 29 नवम्बर तक रिपोर्ट देंगे
इस बीच उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता एवं मामले में याचिकाकर्ता विष्णु शंकर जैन ने पत्रकारों से कहा, “दीवानी न्यायाधीश (सीनियर डिविजन) चंदौसी के आदेश पर ‘एडवोकेट कमिश्नर’ ने सुबह 7.30 से 10 बजे तक सर्वेक्षण का कार्य पूरा किया, वहां की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी पूरी हुई और अब ‘एडवोकेट कमिश्नर’ 29 नवम्बर तक अदालत में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।’’