नई दिल्ली, 22 जून। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अब पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को और बेहतर व सुविधाजनक बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाने की तैयारी है। इस निमित्त दिल्ली सरकार जल्द ही यूनिफाइड मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (UMTA) का गठन करने जा रही है। इससे यात्रियों को सफर के दौरान बार-बार टिकट लेने की परेशानी नहीं होगी और वे एक ही टिकट से मल्टी-मोड ट्रांसपोर्ट यानी बस, मेट्रो व रैपिड रेल में सफर कर सकेंगे।
विभिन्न ट्रांसपोर्ट सिस्टम को एक-दूसरे से जोड़ेगा UMTA
यूएमटीए का उद्देश्य राजधानी के विभिन्न ट्रांसपोर्ट सिस्टम – मेट्रो, बस व रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम की नमो भारत समेत पब्लिक ट्रांसपोर्ट के माध्यम को एक-दूसरे से जोड़ना है, जिससे यात्रा में समय और मेहनत दोनों की बचत हो। अब तक इन सभी सेवाओं की प्लानिंग और संचालन अलग-अलग एजेंसियों द्वारा किया जाता है, जिससे आपसी तालमेल की कमी दिखती है। यूएमटीए इन सबको एकीकृत कर एक ही योजना के तहत चलाने का काम करेगा।
शहर के ट्रैफिक और रोड नेटवर्क की प्लानिंग में रहेगा समन्वय
इस नई व्यवस्था में यात्रियों को यूनिफाइड टिकटिंग सिस्टम की सुविधा मिलेगी, जिससे एक ही कार्ड या टिकट से मेट्रो, बस, नमो भारत व अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवाओं में यात्रा की जा सकेगी। साथ ही शहर के सभी ट्रैफिक और रोड नेटवर्क की प्लानिंग भी आपसी समन्वय से की जाएगी, जिससे जाम और अव्यवस्था को कम किया जा सके।
कई विभाग और एजेंसियों को शामिल कर बनाई जा रही व्यवस्था
यूएमटीए में डीटीसी, डीएमआरसी, डीपीसीसी, ट्रैफिक पुलिस,फाइनेंस विभाग, शहरी विकास और पर्यावरण विभाग समेत कई अन्य एजेंसियों को शामिल किया जाएगा। यह सब मिलकर शहर के ट्रांसपोर्ट नेटवर्क को एक बेहतर बनाने का काम करेंगे। इससे ट्रैफिक रूट्स की जानकारी व उनकी निगरानी अधिक सटीक तरीके से हो सकेगी।
‘लास्ट माइल कनेक्टिविटी’ को मिलेगी मजबूती
इस पहल से राजधानी दिल्ली में ‘लास्ट माइल कनेक्टिविटी’ को भी मजबूती मिलेगी। साथ ही यात्री किसी भी स्थान तक पहुंचने के लिए अलग-अलग साधनों के बीच बिना परेशानी के बदलाव कर सकेंगे। फिलहाल यूएमटीए के गठन का प्रस्ताव तैयार किया जा चुका है। अब इसके क्रियान्वयन की प्रक्रिया कैबिनेट में प्रस्ताव पारित होने के बाद शुरू की जाएगी।
दिल्ली को 27 जून को मिलेंगी 100 नई देवी इलेक्ट्रिक बसें
इस बीच दिल्ली में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बेहतर बनाने के लिए 27 जून को एक और बड़ा कदम उठाया जा रहा है। इस दिन राजधानी दिल्ली की सड़कों पर 100 नई दिल्ली इलेक्ट्रिक ह्वीकल इंटरकनेक्टर (देवी) बसें दौड़ने लगेंगी। ये बसें 9 मीटर लंबी हैं, जो खासतौर पर पतली गलियों और संकरी सड़कों के लिए बनाई गई हैं। इन देवी बसों को लास्ट माइल कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए दिल्ली के भीतरी इलाकों में चलाया जाएगा। फिलहाल दिल्ली में इस प्रकार की करीब 600 इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं। नई बसों के आने से यह संख्या 700 के पार पहुंच जाएगी।

