हैदराबाद, 17 सितम्बर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को यहां ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ पर सत्तारूढ़ टीआरएस और मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव पर परोक्ष हमला करते हुए कहा कि निजाम की सत्ता जाने के बाद भी तेलंगाना में कुछ राजनीतिक दलों और लोगों ने वोट बैंक की राजनीति के कारण कई वर्षों तक आधिकारिक रूप से ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ नहीं मनाया। इसे तेलंगाना का दुर्भाग्यपूर्ण ही कहा जा सकता है। उन्होंने यहां 75वें हैदराबाद मुक्ति दिवस समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही।
I'm extremely proud and honoured to have been part of this historic celebration of the ‘Hyderabad Liberation Day’.
We are grateful to PM @narendramodi Ji for the year-long commemoration of this significant day of our history. pic.twitter.com/Tk4IYr1yzj
— Amit Shah (@AmitShah) September 17, 2022
पीएम मोदी बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस‘ मनाने का फैसला किया
अमित शाह ने कहा कि वह ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ मनाने का फैसला करने वाले देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देते हैं। उन्होंने कहा कि वह पीएम मोदी द्वारा हैदराबाद मुक्ति दिवस मनाने के फैसले पर आश्चर्यचकित नहीं हैं, उन्हें खुशी हुई कि पीएम मोदी के कारण आज हर कोई उस दिन के जश्न को मना रहा है।
‘Hyderabad Liberation Day’ celebrations in Hyderabad. Watch live! https://t.co/VYMmShT6D7
— Amit Shah (@AmitShah) September 17, 2022
सत्तारूढ़ टीआरएस और सीएम केसीआर पर परोक्ष हमला
शाह ने कहा, ‘जब तेलंगाना की जनता मांग कर रही थी कि राज्य सरकार हैदराबाद मुक्ति दिवस मनाए तो वह नहीं किया गया। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आजादी के 75 साल पूरे हो गए, लेकिन जो लोग यहां सरकार में थे, वो वोट बैंक की राजनीति के कारण हैदराबाद मुक्ति दिवस मनाने की हिम्मत नहीं कर सके।’
गृह मंत्री ने सीएम के चंद्रशेखर राव पर हमला करते हुए कहा, “कई लोगों ने चुनाव में जनता से वादा किया था वो सरकार में आने के बाद हैदराबाद मुक्ति दिवस मनाएंगे, कहां गया उनका वादा। वो बताएं जनता को आखिर क्या हुआ उनके वादे का। वे भी इस दिन को मनाते हैं, लेकिन वो इसे ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ करने की हिम्मत नहीं करते क्योंकि उनके मन में अभी भी डर है। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि डर को दूर करें। इस देश का फैसला रजाकार नहीं करेंगे।”
सरदार पटेल न होते तो हैदराबाद को आजाद होने में शायद और कई साल लग जाते
अमित शाह ने इसके साथ ही हैदराबाद की आजादी का श्रेय देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को देते हुए कहा कि अगर सरदार पटेल नहीं होते तो हैदराबाद को आजाद होने में शायद और कई साल लग जाते। वह जानते थे कि जब तक निजाम के रजाकारों को नहीं हराया जाएगा, अखंड भारत का सपना कभी पूरा नहीं हो सकता है।
On the ‘Hyderabad Liberation Day’, remembering the Iron Man of India, Sardar Vallabhbhai Patel Ji, who ensured Hyderabad’s inclusion in India and freed people from the cruelties of Nizam rule.
Paid floral tributes to the great son of mother India. pic.twitter.com/pA8rHudWuZ
— Amit Shah (@AmitShah) September 17, 2022
इस अवसर पर केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि 17 सितम्बर, 1948 को देश के पहले गृह मंत्री सरदार पटेल ने हैदराबाद में तिरंगा फहराया था और उसके 74 वर्षों के बाद आज गृह मंत्री अमित शाह ऐसा कर रहे हैं।
17 सितम्बर, 1948 को निजाम के चंगुल से मुक्त हुआ था हैदराबाद
स्मरण रहे कि तत्कालीन पं. जवाहर लाल नेहरू सरकार में गृह मंत्री रहे सरदार बल्लभ भाई पटेल ने भारतीय सैनिकों को निजाम शासन के खिलाफ ‘ऑपरेशन पोलो’ का आदेश दिया था, जिसमें भारतीय सैनिकों और नवाब के रजाकारों (नवाब की निजी सेना) के बीच हिंसक टकराव हुआ। उसके बाद निजाम ने हार मान ली और 17 सितम्बर 1948 को हैदराबाद निजाम के चंगुल से आजाद होकर भारतीय शासन में शामिल हो गया। इसलिए इस दिन को ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ को कहा जाता है।