श्रीनगर, 9 अक्टूबर। जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) और कांग्रेस गठबंधन को जनादेश मिलने के बाद राज्य की सत्ता संभालने के लिए तैयार जेकेएनसी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दिलाना उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता होगी और कैबिनेट की पहली बैठक में इस बाबत प्रस्ताव पारित कर उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रेषित किया जाएगा।
उमर अब्दुल्ला ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘दिल्ली और हमारे बीच एक अंतर है। दिल्ली कभी पूर्ण राज्य नहीं थी और किसी ने इसे राज्य बनाने का कभी वादा नहीं किया था। इसके विपरीत 2019 से पहले जम्मू-कश्मीर एक राज्य था और राज्य का दर्जा बहाल करने का वादा हमसे किया गया है।’
भाजपा ने राज्य का दर्जा बहाल करने का किया था वादा
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत भाजपा के कई सीनियर नेताओं ने इसका वादा किया है और बार-बार कहा है कि जम्मू-कश्मीर में तीन कदम उठाए जाएंगे – परिसीमन, चुनाव और फिर राज्य का दर्जा। परिसीमन और चुनाव हो गए हैं, अब राज्य का दर्जा बाकी है। यहां सरकार बनने के बाद मुझे उम्मीद है कि कैबिनेट का पहला फैसला राज्य का दर्जा देने का प्रस्ताव पारित करना होगा और प्रस्ताव पीएम मोदी को भेजा जाएगा।
‘मैंने हमेशा कहा है कि एग्जिट पोल समय की बर्बादी है‘
बडगाम और गांदरबल में से कौन सी सीट छोड़ेंगे, इस सवाल उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘मैं दोनों सीटें नहीं रख सकता। मुझे एक सीट छोड़नी होगी। मैं अपने सहयोगियों से चर्चा करूंगा और जो निर्णय होगा, उसके बारे में आपको बताऊंगा।’ अब्दुल्ला ने कहा कि कुछ महीने पहले जब बारामूला के नतीजे आ रहे थे (लोकसभा चुनाव में), तो मैं शुरुआत में आगे चल रहा था, लेकिन आधे घंटे में यह बदल गया और अंतर बढ़ता गया। मैंने हमेशा कहा है कि एग्जिट पोल समय की बर्बादी है।’
5 विधायकों का मनोनयन न करने की दी सलाह
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में पांच विधायकों के मनोनयन पर उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘मैं उन्हें सुझाव दूंगा कि वे ऐसा न करें। इन पांच को मनोनीत करने से सरकार नहीं बदलेगी, तो इसका क्या फायदा? आप अनावश्यक रूप से विपक्ष में बैठने के लिए पांच लोगों को मनोनीत करेंगे। लड़ाई होगी क्योंकि हमें फिर सुप्रीम कोर्ट जाना होगा और इसके खिलाफ अपील करनी होगी। सरकार बनने दें, उन्हें सुझाव देने दें और उसके आधार पर एलजी को मनोनीत करना चाहिए। ये 5 विधायक कोई बदलाव नहीं लाएंगे। निर्दलीय उम्मीदवार हमसे बात कर रहे हैं, वे हमारे साथ जुड़ेंगे ताकि हमारी बढ़त बढ़ जाए।
‘मतदाताओं ने अपना कर्तव्य पूरा निभाया, अब हमारी बारी‘
जेकेएनसी-कांग्रेस गठबंधन की चुनावी जीत के बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘मैं जम्मू-कश्मीर के मतदाताओं का बहुत आभारी हूं कि उन्होंने अपने वोट का इस्तेमाल किया। पिछले 8-10 वर्षों से यहां लोकतंत्र को पनपने नहीं दिया गया था। जेकेएनसी-कांग्रेस गठबंधन को बहुमत मिला। मतदाताओं ने सोच-समझकर मतदान किया, खासकर उन इलाकों में जहां निर्दलीय उम्मीदवारों और छोटी पार्टियों के जरिए वोटों को बांटने की साजिशें रची जा रही थीं। हमारी जिम्मेदारी अब शुरू होती है, मतदाताओं ने अपना कर्तव्य निभाया है। अब हमारा कर्तव्य है कि हम काम करें और मतदाताओं की उम्मीदों पर खरा उतरें।’