नई दिल्ली, 16 दिसम्बर। संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर विपक्षी दलों के हमलावर रुख के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी सांसदों को पत्र लिखा है और उनसे संसद में हुई घटना पर राजनीति न करने का आग्रह किया है। उन्होंने पत्र में जानकारी दी है कि सदन के अंदर हुई घटना की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है।
अपने पत्र में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने पूर्व में हुई घटनाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘दुर्भाग्यपूर्ण है कि सांसदों के निलंबन की घटना को इस घटना से जोड़कर देखा जा रहा है जबकि इससे पहले भी तमाम घटनाएं हो चुकी हैं जिसका देश साक्षी रहा है।’
इस कारण सांसदों को निलंबित करने का निर्णय लेना पड़ा
स्पीकर ने कहा, ‘ऐसी घटनाओं पर क्या फैसला लेना है, यह लोकसभा स्पीकर का विशेषाधिकार है। मुझे सदन की गरिमा बनाए रखने के लिए सांसदों को निलंबित करने का कठोर निर्णय लेना पड़ा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो।’
ओम बिरला ने कहा, ’13 दिसम्बर को सदन के अंदर जो दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई, वह हम सभी के लिए चिंता का विषय है। हमने सदन में इस घटना पर सामूहिक चिंता व्यक्त की। उसी दिन मैंने सभी दलों के नेताओं से चर्चा की कि हम संसद में सुरक्षा व्यवस्था को और कैसे मजबूत कर सकते हैं। बैठक के दौरान दिए गए कुछ महत्वपूर्ण सुझावों को तुरंत लागू कर दिया गया है।’
गृह मंत्रालय द्वारा गठित समिति की रिपोर्ट जल्द ही सदन के साथ साझा की जाएगी
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा गठित उच्चस्तरीय जांच समिति की रिपोर्ट जल्द ही सदन के साथ साझा की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा, मैंने एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति का भी गठन किया है, जो संसद परिसर में सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करेगी और यह सुनिश्चित करने के लिए एक ठोस कार्य योजना तैयार करेगी कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।’