इस्लामाबाद, 24 मार्च। इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) संपर्क समूह ने कहा है कि कश्मीर मुद्दे के हल के बिना दक्षिण एशिया में स्थायी शांति संभव नहीं है। समूह ने यहां ओआईसी के विदेश मंत्रियों की परिषद के 48वें सत्र से इतर ओआईसी महासचिव एच. ब्राहिम ताहा की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद एक संयुक्त बयान में यह बात कही।
स्मरण रहे कि भारत ने मुस्लिम बहुल देशों के इस 57 सदस्यीय संगठन को पूर्व में यह कहते हुए चेतावनी दी थी कि आईओसी जैसे निकायों को गैर जिम्मेदाराना बयान नहीं देने चाहिए।
ओआईसी ने भारत से एकतरफा उपायों को वापस लेने की मांग दोहराई
ओआईसी संपर्क समूह ने एक संयुक्त विज्ञप्ति में कहा कि संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुरूप कश्मीर विवाद के उचित समाधान के बिना दक्षिण एशिया में स्थायी शांति संभव नहीं है। समूह के सदस्यों ने अपनी मांग दोहराई कि भारत को 5 अगस्त, 2019 को या उसके बाद किए गए एकतरफा उपायों को वापस लेना चाहिए।
समूह ने ओआईसी के सदस्य देशों से भारत के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों में कश्मीर मुद्दे को उठाने के लिए कहा। इसी क्रम में महासचिव और महासचिव सचिवालय को अंतरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय और मानवाधिकार संगठनों और निकायों सहित विभिन्न वार्ताकारों के साथ बातचीत में कश्मीर मुद्दे और शांति और सुरक्षा, मानवाधिकार और मानवीय आयामों को उठाने के लिए कहा गया।
भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन पाने की लगातार कोशिश कर रहा पाकिस्तान
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान 5 अगस्त, 2019 को जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को वापस लेने और इसे दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने के लिए भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने की लगातार असफल कोशिश कर रहा है।
भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से साफ तौर पर कहा है कि अनुच्छेद 370 को खत्म करना उसका आंतरिक मामला है। इसी क्रम में भारत ने पाकिस्तान को वास्तविकता को स्वीकार करने और भारत विरोधी सभी प्रचार को रोकने की भी सलाह दी है।