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NTA ने अब CISR-UGC NET स्थगित की, ‘अपरिहार्य परिस्थितियों’ व ‘लॉजिस्टिक मुद्दों’ को कारण बताया

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नई दिल्ली, 21 जून। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) ने शुक्रवार की देर शाम एक अधिसूचना के जरिए CISR-UGC NET  स्थगित कर दी है। नोटिफिकेशन में ‘अपरिहार्य परिस्थियों’ व ‘लॉजिस्टिक मुद्दों’ के कारण 25, 26 व 27 जून को प्रस्तावित परीक्षाएं स्थगित करने की बात कही गई है। परीक्षाओं की नई तिथियां जल्द ही NTA की अधिकृत वेबसाइट पर जारी की जाएंगी। अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी आधिकारिक साइट पर विजिट कर सकते हैं।

25, 26 व 27 जून को होनी थीं परीक्षाएं

गौरतलब है कि सीएसआईआर-यूजीसी नेट जून 2024 कंप्यूटर आधारित परीक्षण (सीबीटी) मोड में 25, 26 और 27 जून को आयोजित की जानी थी। इस वर्ष, कुल 11,21,225 उम्मीदवारों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था।

CSIR-UGC-NET पैर्टन – इस पेपर का माध्यम अंग्रेजी और हिन्दी दोनों रहता है। परीक्षा 180 मिनट या तीन घंटे के लिए आयोजित की जाती है और पेपर में मल्टीपल च्वॉएस प्रश्न शामिल होते हैं। परीक्षा में पांच प्रश्नपत्र होते हैं : रसायन विज्ञान, पृथ्वी, वायुमंडलीय, महासागर और ग्रह विज्ञान, जीवन विज्ञान, गणितीय विज्ञान, भौतिक विज्ञान।

शिक्षा मंत्रालय गत 19 जून को यूजीसी-नेट भी रद कर चुका है

गौरतलब है कि इससे पहले बुधवार को शिक्षा मंत्रालय ने यूजीसी-नेट जून 2024 भी परीक्षा के अगले ही दिन रद कर दिया था। इस वर्ष की मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET-UG में भी अनियमितताएं देखने को मिली थीं, जिसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में मामला लंबित है और केंद्र सरकार के खिलाफ विभिन्न राज्यों में धरना-प्रदर्शन का क्रम अब तक जारी है।

विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में NTA की भूमिका

भारतीय सोसायटी रजिस्ट्रेशन अधिनियम, 1860 के तहत नवम्बर 2017 में स्थापित राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) एक स्वायत्त निकाय है, जिसे कई प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करने का काम सौंपा गया है। एजेंसी की अध्यक्षता एचआरडी मंत्रालय द्वारा नियुक्त एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद् करते हैं, वर्तमान में इसके अध्यक्ष यूपीएससी के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप कुमार जोशी हैं। एनटीए एनईईटी, जेईई, सीटीईटी, गेट, जीपैट, जीमैट, कैट और यूजीसी-नेट जैसी परीक्षाएं आयोजित करता है।

क्या है UGC-NET

सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर या जूनियर रिसर्च फेलोशिप और सहायक प्रोफेसर की पात्रता के लिए इस परीक्षा का आयोजन किया जाता है। जेआरएफ और असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए पात्रता यूजीसी-नेट के पेपर- I और पेपर- II में उम्मीदवार की परफॉर्मेंस के आधार पर तय होती है। जो उम्मीदवार केवल सहायक प्रोफेसर पद के लिए क्वालीफाई करते हैं, उन्हें इसके बाद सहायक प्रोफेसर बनने के लिए संबंधित यूनिवर्सिटी, कॉलेजों या राज्य सरकारों के भर्ती नियमों का पालन करना होता है।