हैदराबाद, 7 दिसम्बर। तृणमूल कांग्रेस (TMC) के निलंबित विधायक हुमायूं कबीर द्वारा मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद के निर्माण की नींव रखे जाने के बाद अब तहरीक मुस्लिम शब्बन ने ग्रेटर हैदराबाद में बाबरी मस्जिद मेमोरियल और वेलफेयर इंस्टीट्यूशन बनाने की योजना का एलान किया है। यह फैसला मस्जिद गिराए जाने की 33वीं बरसी पर लिया गया।
संगठन के अध्यक्ष बोले – बाबर के नाम से किसी को परेशान नहीं होना चाहिए
वर्ष 1991 में स्थापित धार्मिक संगठन तहरीक मुस्लिम शब्बन के अध्यक्ष मुश्ताक मलिक ने कहा, ‘हम जल्द ही एलान करेंगे कि यह कैसे और कितने समय में बनाया जाएगा।’ मलिक ने कहा कि बाबर के नाम से किसी को परेशान नहीं होना चाहिए। उन्होंने साथ ही दावा किया कि यह मुद्दा पॉलिटिकल प्रोपेगैंडा है।
मुश्ताक मलिक का आरोप – तुलसी की रामचरित मानस में जिक्र नहीं
मुश्ताक मलिक ने आरोप लगाया, ‘अगर हम तुलसीदास की रामायण देखें तो वह बाबरी मस्जिद बनने के 60 साल बाद लिखी गई थी। उस रामायण में इस बात का कोई जिक्र नहीं है कि राम मंदिर तोड़ा गया था।’
उन्होंने कहा, ‘बाबर के बाद हुमायूं का राज आया और उसके बाद अकबर का। अकबर के महल में रस्में और प्रार्थनाएं होती थीं। जोधाबाई अकबर के महल में थीं। रस्में, प्रार्थनाएं और हवन होते थे। उस समय तुलसीदास भी जिंदा थे। अकबर के समय में, तुलसीदास अकबर से बात कर सकते थे। मान सिंह उस समय आर्मी चीफ थे। वह उनसे पूछ सकते थे। ऐसी बात तुलसी दास की रामायण में नहीं आती है।’
यह देश को बांटने के लिए पॉलिटिकल प्रोपेगैंडा
मलिक ने यह भी आरोप लगाया कि यह देश को बांटने के लिए पॉलिटिकल प्रोपेगैंडा है। इससे हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई और दलितों के बीच जो भाईचारा था, वह टूट गया है और नफरत के बीज बोए गए हैं।
हुमायूं कबीर का दावा – ‘मैं कुछ भी गलत नहीं कर रहा’
उधर TMC के निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने शनिवर को मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद के निर्माण की नींव रखने के बाद दावा किया कि वह कुछ भी गैर-कानूनी नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘कोई भी मंदिर बना सकता है, कोई भी चर्च बना सकता है। मैं मस्जिद बनाऊंगा।’
‘संविधान हमें मस्जिद बनाने की इजाजत देता है’
हुमायूं कबीर ने कहा, ‘हमें बताया गया है कि हम बाबरी मस्जिद नहीं बना सकते। ऐसा कहीं लिखा नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसला दिया था जिसमें कहा गया था कि हिन्दू लोगों ने बाबरी मस्जिद गिराई थी। हिन्दुओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए, यहां मंदिर बनाने का फैसला किया गया था। अब हम सागरदिघी में किसी को राम मंदिर की नींव रखते हुए देख रहे हैं। लेकिन संविधान हमें मस्जिद बनाने की इजाजत देता है।’
गौर करने वाली बात यह रही मुर्शिदाबाद में छह दिसम्बर की सुबह से लाखों लोग अपने साथ ईंट लेकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। कबीर ने आगे कहा कि मस्जिद के लिए 300 करोड़ का बजट दिया गया है, जिसमें एक हॉस्पिटल, गेस्टहाउस और मीटिंग हॉल भी शामिल होगा। उन्होंने प्रोजेक्ट के लिए अपना वादा दोहराया और कहा कि यह मुसलमानों का वादा है, बाबरी मस्जिद बनेगी।
भाजपा ने कहा – बाबर के नाम पर कुछ भी देश स्वीकार नहीं करेगा
इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की नींव रखने के बाद हुमायूं कबीर पर तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी सरकार राजनीतिक फायदे के लिए धार्मिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा दे रही है।
चुग ने ऐतिहासिक और धार्मिक भावनाओं का हवाला देते हुए कहा – वही बाबर जो देश की संस्कृति को खत्म करने के मकसद से भारत आया था, उसे गुरु नानक साहिब ने अत्याचारी कहकर बुरा-भला कहा था। उसने गंगा, यमुना और सरयू नदियों को हिंदू खून से लाल कर दिया था। भारत उसके नाम पर कोई भी स्मारक या चीज कभी स्वीकार नहीं करेगा।

