उज्जैन, 12 जून। उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन होने वाली भस्म आरती को लेकर नई व्यवस्था 13 जून, सोमवार से लागू की जा रही है। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार इस व्यवस्था के अंतर्गत जिन श्रद्धालुओं को भस्म आरती में प्रवेश के लिए पास उपलब्ध नहीं हो पाते हैं, उन्हें निःशुल्क भस्म आरती में प्रवेश किया जाएगा। इस व्यवस्था को चलित भस्म आरती नाम दिया गया है।
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष व कलेक्टर आशीष सिंह ने रविवार को नई व्यवस्था के बार में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीते दिनों से यह देखने में आ रहा है कि बाबा महाकाल की भस्म आरती में प्रवेश के लिए देश-विदेश से हजारों की संख्या में श्रद्धालु प्रतिदिन उज्जैन आते हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही श्रद्धालुओं को भस्म आरती में प्रवेश हेतु पास उपलब्ध हो पाता है। ऐसा इसलिए भी होता है कि महाकाल मंदिर की क्षमता के अनुसार ही श्रद्धालु भस्म आरती में प्रवेश पा सकते हैं, लेकिन महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की ओर से यह निर्णय लिया गया है कि जिन श्रद्धालुओं को भस्म आरती में प्रवेश हेतु पास उपलब्ध नहीं हो पाता है, उन्हें भस्म आरती में प्रवेश दिया जाएगा।
निःशुल्क व्यवस्था के तहत श्रद्धालु चलित रूप में करेंगे भस्म आरती का दर्शन
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि यह दर्शन पूर्णत: निःशुल्क रहेगा और ऐसे श्रद्धालुओं को भस्म आरती चलित रूप में दर्शन कराई जाएगी। मतलब यह है कि पासधारक श्रद्धालु मंदिर हॉल में बैठकर भस्म आरती में शामिल हो सकेंगे, लेकिन जिन श्रद्धालुओं के पास भस्म आरती में प्रवेश हेतु पास उपलब्ध नहीं होंगे, उन्हें चलित रूप से भस्म आरती के दर्शन कराए जाएंगे।
13 जून से लागू होगी नई व्यवस्था, 7 दिनों के प्रयोग के बाद होगा अंतिम निर्णय
इस व्यवस्था को 13 जून सोमवार से शुरू किया जा रहा है, जिसे सात दिनों के प्रयोग के बाद निरंतर करने के लिए महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘इन पूरी व्यवस्थाओं को लेकर हमारा यह उद्देश्य है कि अधिकतम श्रद्धालुओं को बाबा महाकाल की भस्म आरती में प्रवेश दिया जा सके।’