Site icon hindi.revoi.in

अब डेविस कप ड्रा में भारत-पाकिस्तान आमने-सामने, घरेलू टाई को अन्यत्र स्थानांतरित न करने पर अड़ा पीटीएफ

Social Share

नई दिल्ली, 21 सितम्बर। एशिया कप क्रिकेट में पाकिस्तान जाकर मैच खेलने से भारतीय टीम के इनकार के बाद उठा तूफान किसी प्रकार शांत हुआ ही था कि अब टेनिस को लेकर विवाद छिड़ गया है। वजह यह है कि भारत को डेविस कप के विश्व ग्रुप एक प्लेऑफ के ड्रा में फिर पाकिस्तान के साथ रखा गया है और पाकिस्तान टेनिस महासंघ (पीटीएफ) ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया कि वह इस बार अपने घरेलू मुकाबले को तटस्थ स्थल पर स्थानांतरित करने पर सहमत नहीं होगा।

उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान ने पिछले हफ्ते इंडोनेशिया को विश्व ग्रुप दो मुकाबले में घरेलू कोर्ट पर इंडोनेशिया केा 5-0 से हराया था वहीं भारत ने लखनऊ में मोरक्को पर 4-1 से जीत हासिल की थी।

2019 में एशिया/ओसियाना ग्रुप एक टाई कजाखस्तान स्थानांतरित किया गया था

इसके पूर्व भारत को 2019 ड्रा में भी पाकिस्तान के साथ रखा गया था, लेकिन ‘सुरक्षा चिंताओं’ के कारण एशिया/ओसियाना ग्रुप एक मुकाबले को तटस्थ स्थल कजाखस्तान स्थानांतरित कर दिया गया था। विरोधस्वरूप पाकिस्तान के शीर्ष खिलाड़ी ऐसाम उल हक और अकील खान ने उस टाई में नहीं खेलने का फैसला किया था।

अंततः उदीयमान मोहम्मद शोएब, हुजाइफा अब्दुल रहमान व यूसुफ खलील ने देश का प्रतिनिधित्व किया था। भारत ने तब कमजोर पाकिस्तान को 4-0 से हरा दिया था। उस एकतरफा मुकाबले में पाकिस्तान ने पूरे मुकाबले में केवल सात गेम ही जीते थे।

आईटीएफ 2019 के मुकाबले को तटस्थ स्थल पर स्थानांतरित करने के लिए सहमत हो गया था, लेकिन इस बार अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) यदि तटस्थ स्थल के लिए जोर देता है तो राष्ट्रीय संस्था के लिए विश्व संचालन संस्था को अपनी बात समझाना बहुत मुश्किल हो जाएगा।

अकील खाल ने भारतीय टीम के पाक दौरे की जताई उम्मीद

पाकिस्तान के अनुभवी खिलाड़ी अकील खान ने मीडिया को बताया कि वे उम्मीद कर रहे हैं कि भारतीय टीम मुकाबले के लिए उनके देश की यात्रा करेगी। 43 वर्षीय अकील ने कहा, ‘मैं उम्मीद कर रहा हूं कि वे आएंगे और हमें मेजबानी का मौका देंगे। हम उम्मीद करते हैं कि इस बार यह मुकाबला पाकिस्तान में ही खेला जाएगा।’

पीटीएफ अध्यक्ष सलीम सैफुल्लाह बोले – हम ग्रास कोर्ट पर करेंगे भारत की मेजबानी

पीटीएफ अध्यक्ष सलीम सैफुल्लाह खान ने कहा कि वे भारत की मेजबानी ग्रास कोर्ट पर करेंगे। उन्होंने कहा, ‘उन्हें पाकिस्तान आना चाहिए। यह ठीक नहीं है कि वे पाकिस्तान नहीं आते। भारतीय टीम हमसे काफी बेहतर है। स्टेडियम के करीब ही हमारे पास अच्छे होटल हैं। अगर भारतीय आते हैं तो यह अच्छा संदेश जाएगा कि हम अच्छे पड़ोसी हैं।’

भारतीय डेविस कप टीम ने अब तक तीन बार किया है पाकिस्तान का दौरा

यदि भारत यात्रा करने का फैसला करता है तो यह 59 वर्षों में सीमा पार खेलने वाली पहली डेविस कप टीम बन जाएगी और टीम टूर्नामेंट के इतिहास में ऐसा केवल तीसरी बार होगा। पिछली बार भारतीय डेविस कप टीम ने 1964 में पाकिस्तान का दौरा किया था, जब मेहमान टीम ने मेजबानों को 4-0 से शिकस्त दी थी।

रामनाथन कृष्णन की अगुआई में भारतीय टीम ने पहली बार 1962 में पाकिस्तान का दौरा किया था। वहीं पाकिस्तानी टीम तीन बार भारत आ चुकी है, लेकिन भारत ने दोनों देशों के बीच आठ डेविस कप मुकाबलों में कभी भी एक मैच भी नहीं गंवाया है।

‘अगर भारत नहीं आना चाहता तो हम यह मुकाबला नहीं खेलेंगे

सैफुल्लाह ने कहा, ‘हमने लिथुआनिया, स्लोवाकिया, कोरिया, ईरान, थाईलैंड की मेजबानी की है। ये सभी देश यहां आकर खेले और उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई।’ उन्होंने कहा, ‘हम तटस्थ स्थल पर नहीं खेलेंगे। अगर भारत नहीं आना चाहता तो हम यह मुकाबला नहीं खेलेंगे। हम ग्रास कोर्ट पर खेलेंगे और भारतीय टीम काफी बेहतर टीम है। फरवरी-मार्च में इस्लामाबाद का मौसम सुहावना होता है।’

Exit mobile version