नई दिल्ली, 18 मई। देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर तेजी से कम हो रही है। इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि अब सिर्फ आठ राज्यों में एक लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं। दक्षिण और पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों को छोड़ देश के ज्यादातर हिस्सों में रिकवरी रेट बढ़ रहा है जबकि संक्रमण दर में गिरावट देखने को मिली है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को यहां नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कुछ ऐसी ही जानकारियां साझा कीं।
कोरोना की टेस्टिंग बढ़ाकर दोगुनी से ज्यादा की गई
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में अब कोरोना की टेस्टिंग बढ़ाकर दोगुनी से भी ज्यादा कर दी गई है। इसके नतीजे भी सामने आ रहे हैं। एक्टिव मामले घटकर 13.3 प्रतिशत तक आ गए हैं जबकि रिकवरी रेट भी बढ़कर 85.6 प्रतिशत तक हो गया है।
लव अग्रवाल ने बताया कि गत तीन मई को देश में रिकवरी रेट 81.7 प्रतिशत था, जो अब बढ़कर 85.6 प्रतिशत हो गया है. बीते 24 घंटे में 4,22,436 लोग ठीक हुए हैं। यह अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है। कोरोना संक्रमितों के ठीक होने के मामलों में यह एक सकारात्मक ट्रेंड है।
अब तक देश की 1.8 फीसदी आबादी कोरोना संक्रमित
उन्होंने कहा, ‘अब तक देश की आबादी का 1.8 प्रतिशत हिस्सा कोरोना संक्रमित हुआ है। हम इसे दो प्रतिशत की आबादी तक रोकने में सक्षम रहे हैं। पिछले तीन सप्ताह से 199 जिलों में कोरोना के मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की गई है।’
लव अग्रवाल ने बताया कि अब देश में केवल आठ राज्य ऐसे हैं, जहां सक्रिय मामलों की संख्या एक लाख से ज्यादा हैं। इनमें कर्नाटक (6,03,660), महाराष्ट्र (4,48,000), केरल (3,62,675), तमिलनाडु (2,31,596), आंध्र प्रदेश (2,11,554), राजस्थान (1,76,363), उत्तर प्रदेश (1,49,032) व पश्चिम बंगाल (1,31,560) शामिल हैं।
18 राज्यों में सक्रिय मामले 50 हजार से कम
उन्होंने बताया कि गुजरात (99,620), छत्तीसगढ़ (96,156) और ओडिशा (94,293) सहित देश के 10 राज्यों में सक्रिय मामलों की संख्या 50 हजार से ज्यादा और एक लाख से कम हैं जबकि 18 राज्यों में यह संख्या 50 हजार से कम है।
इस क्रम में महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा व बिहार सहित कई राज्यों में कोरोना के नए मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। कुल 13 राज्य ऐसे हैं, जहां संक्रमण दर पांच से 15 प्रतिशत तक है।
कोरोना का दायरा सिकुड़ रहा, लेकिन एहतियात सख्त रहे
प्रेस कॉन्फ्रेंस के उपस्थित नीति आयोग के सदस्य डॉ.वी.के. पॉल ने कहा कि महामारी का दायरा सिकुड़ रहा है, लेकिन एहतियात सख्त रहने चाहिए। पॉजिटिविटी रेट घट रही है, लेकिन सतर्कता बनी रहनी चाहिए। पीएम ने भी जिलाधिकारियों और चिकित्सकों के साथ ऑनलाइन बात की है। ग्रामीण इलाकों में उपलब्ध संसाधनों से नवोन्मेष की झलक मिली है। ग्रामीण इलाकों को संभाल कर रखा गया था। 10 लाख आशा वर्कर और लाखों आंगनवाड़ी कार्यकर्ती इस लड़ाई में जुटी हुई हैं।