देहरादून, 22 दिसंबर। राजस्थान के बाद अब उत्तराखंड कांग्रेस में कलह शुरू हो गई है। इस क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री व पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत पार्टी से नाराज बताए जा रहे हैं और वह आगामी पांच जनवरी को राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर सकते हैं।
5 जनवरी को करेंगे बड़ा एलान
कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में एक हरीश रावत के करीबी सूत्रों की मानें तो वह आने वाले दिनों में अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर कोई बड़ा फैसला कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में टिकटों के बंटवारे को लेकर नाराज हैं।
इसी कड़ी में उत्तराखंड कांग्रेस के प्रभारी देवेंद्र यादव ने हरीश रावत की नाराजगी को लेकर कहा, ‘वह सीनियर नेता हैं। उनसे हमारी बात नहीं हुई है। उनसे बात करने के बाद ही कुछ बता पाऊंगा।’
एक ट्वीट से उत्तराखंड की राजनीति में हलचल मच गई थी
इससे पहले हरीश रावत के ट्वीट से उत्तराखंड की राजनीति में हलचल मच गई थी। कांग्रेस के चुनाव प्रचार कमेटी के अध्यक्ष रावत ने ट्वीट कर कहा था, ‘है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकतर स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने की बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है।’
#चुनाव_रूपी_समुद्र
है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है। जिस समुद्र में तैरना है,
1/2 pic.twitter.com/wc4LKVi1oc— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) December 22, 2021
फिर चुपके से मन के एक कोने से आवाज उठ रही है "न दैन्यं न पलायनम्" बड़ी उपापोह की स्थिति में हूंँ, नया वर्ष शायद रास्ता दिखा दे। मुझे विश्वास है कि #भगवान_केदारनाथ जी इस स्थिति में मेरा मार्गदर्शन करेंगे।#Uttarakhand @INCUttarakhand
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) December 22, 2021
सीएम का चेहरा घोषित कराने के लिए प्रेशर पॉलिटिक्स की बात भी सामने आ रही
हरीश रावत के इस ट्वीट से ही अंदाजा लगाया जाने लगा था कि वह संगठन से नाराज चल रहे हैं। हालांकि उनके विरोधी इसे उनकी प्रेशर पॉलिटिक्स करार दे रहे हैं। कहा जा रहा है कि हरीश रावत खुद को सीएम का चेहरा घोषित करवाए जाने के लिए प्रेशर पॉलिटिक्स कर रहे हैं।