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नोएडा: ट्विन टावर्स का कल मिटेगा नामोनिशान, सीबीआरआई समेत सभी एजेंसियों ने दी मंजूरी

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नोएडा, 27 जुलाई। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे यूपी के नोएडा स्थित सुपरटेक ट्विन टावर्स को गिराने की सभी एजेंसियों से मंजूरी मिल गई है। दरसअल नोएडा प्राधिकरण ने शुक्रवार को सभी एजेंसियों के साथ ट्विन टावर के सुरक्षित ध्वस्तीकरण के लिए दिनभर मंथन किया। इसके बाद सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीबीआरआई) समेत अन्य एजेंसियों से हरी झंडी मिलने के बाद 28 अगस्त को दोपहर 2:30 बजे ट्विन टावर के अंतिम ब्लास्ट का रास्ता साफ हो गया।

प्राधिकरण की ओर से ट्विन टावर के अंतिम ब्लास्ट से पहले सभी एजेंसियों की लिखित मंजूरी मांगी गई थी। ट्विन टावर के आसपास के टावरों में काम बचा हुआ था। सीबीआरआई की ओर से भी मंजूरी अटकी हुई थी, लेकिन शुक्रवार शाम को सभी एजेंसियों के साथ बैठक में सुपरटेक ने आसपास के टावरों में मरम्मत का काम पूरे होने की रिपोर्ट दे दी। इसके बाद सीबीआरआई ने भी कुछ शर्तों के साथ मंजूरी दे दी। बैठक में सीईओ रितु माहेश्वरी के अलावा सीबीआरआई, एडिफिस इंजीनियरिंग, सुपरटेक, प्रदूषण विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

बैठक में सुपरटेक ने लिखित में स्वीकार किया कि ब्लास्ट के बाद एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज के सात टावरों का ऑडिट एक माह में करा लिया जाएगा। इस बाबत आरडब्ल्यूए की ओर से मांग की जा रही थी। इसके अलावा सुपरटेक ने ऑडिट रिपोर्ट भी सीबीआरआई को सौंप दी।

आसपास की सोसाइटियों में दीवारों में क्रैक गॉज लगाने का काम शुक्रवार से शुरू हो गया। यह काम शनिवार तक पूरा हो जाएगा। इसकी मदद से ब्लास्ट से पहले और बाद में विश्लेषण किया जाएगा। अगर ब्लास्ट के बाद किसी दीवार में क्रैक मिला तो इसकी सही सूचना प्राप्त हो जाएगी।

प्राधिकरण की ओर से ब्लास्ट के बाद साफ-सफाई की टीम उतारी जाएगी। इसके लिए शनिवार को मॉकड्रिल होगी। इसमें स्मॉग गन लगाने, वाटर टैंकर के उपयोग, पोस्ट डिमोलिशन मैनेजमेंट को लेकर तैयारी की जाएगी। इसके अलावा प्राधिकरण के अधिकारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। इसमें कौन सा अधिकारी कहां होगा। इसकी जानकारी दी गई।

ट्विन टावर ब्लास्ट के दिन कुछ समय के लिए यह क्षेत्र नो फ्लाइंग जोन होगा। प्राधिकरण की ओर से इस बाबत एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से बातचीत हो गई है। साथ ही, ड्रोन उड़ाने पर भी पाबंदी रहेगी।

ब्लास्ट के बाद आधे घंटे तक एडिफिस इंजीनियरिंग की टीम मलबे में तलाशी अभियान चलाएगी। इसमें यह पता लगेगा कि किसी तरह का जिंदा विस्फोटक तो नहीं है। इसके बाद प्राधिकरण की साफ-सफाई की टीम मैदान में उतरेगी। सब कुछ ठीक होने के बाद ही पांच बजे निवासियों को फ्लैटों में आने की हरी झंडी दी जाएगी।

नोएडा के सभी उच्चाधिकारियों के लिए ट्विन टावर के आसपास 500 मीटर के निषेध क्षेत्र के बाहर व्यू प्वाइंट बनाया गया है। यहां जिले के सभी उच्चाधिकारी मौजूद रहेंगे और ब्लास्ट की निगरानी करेंगे। यहीं से सभी निर्देश दिए जाएंगे।

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