कोझिकोड, 16 सितम्बर। दक्षिणी राज्य केरल इस समय कोरोना वायरस से भी कई गुना खतरनाक माने जा रहे निपाह वायरस की चपेट में आ चुका है और राज्य में लॉकडाउन जैसे हालात बन गए हैं। राज्य में निपाह के अब तक छह मामले सामने आए हैं, जिसमें से दो की मौत हुई है।
इसी बीच केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने निपाह वायरस को लेकर शनिवार को एक अपडेट जारी करते हुए बताया कि टेस्ट के लिए भेजे गए 11 मामलों की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं और आज कोई नया मामला सामने नहीं आया है। यह चौथी बार है, जब राज्य में वायरल संक्रमण की पुष्टि हुई है। 2018 और 2021 में कोझिकोड में और 2019 में एर्नाकुलम में इसका पता चला था।
21 मरीज आइसोलेशन में
वीना जॉर्ज ने कहा, ‘निपाह टेस्ट के लिए भेजे गए 11 नमूनों के नतीजे नकारात्मक आए हैं। अब तक जो छह नमूने पॉजिटिव आए हैं, वे कल तक की गिनती है। कोई नया केस नहीं आया है। फिलहाल मेडिकल कॉलेज में 21 लोग आइसोलेशन में हैं। हमारी वर्तमान प्राथमिकता उन लोगों का पता लगाना है, जो पॉजिटिव टेस्ट करने वाले अंतिम व्यक्ति के संपर्क में आए थे। इसके साथ ही हम पहले मामले के स्रोत, उस व्यक्ति की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं,जिसकी पिछले महीने मौत हो गई थी।’
पुलिस के मोबाइल टावर से लगाया जाएगा मरीजों का पता
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘हमने पुलिस से उसका मोबाइल टावर लोकेशन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है ताकि हम उन स्थानों का पता लगा सकें, जहां वह गया है। हमने पहले ही 19 टीमें गठित कर दी हैं। हम अन्य जिलों के उन लोगों का भी पता लगा रहे हैं, जो निपाह रोगियों के संपर्क में आए हैं।’
पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए 1080 लोगों की हुई पहचान
इससे पहले शुक्रवार को राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा था कि उसने पॉजिटिव रोगियों के संपर्क में आए 1,080 लोगों की पहचान की है और नमूने एकत्र करना शुरू कर दिया है। विभाग ने कहा था कि संक्रमित व्यक्तियों की उच्च जोखिम वाली संपर्क सूची में शामिल सभी लोगों का टेस्ट किया जाएगा। पुणे में आईसीएमआर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) ने जिले में वायरस के नमूनों का टेस्ट करने के लिए अपनी मोबाइल बीएसएल-3 (बायोसेफ्टी लेवल-3) प्रयोगशाला कोझिकोड भेजी थी।
18 से 23 सितम्बर तक सभी शैक्षणिक संस्थानों में कक्षाएं ऑनलाइन करने का आदेश
गौरतलब है कि निपाह के बढ़ते मामलों के चलते कोझिकोड जिला प्रशासन ने 18 से 23 सितम्बर तक सभी शैक्षणिक संस्थानों में कक्षाएं ऑनलाइन करने का आदेश दिया है। जिला कलेक्टर ए गीता द्वारा की ओर से जारी आदेश के अनुसार, ट्यूशन-कोचिंग सेंटर सहित शैक्षणिक संस्थानों को शारीरिक कक्षाएं संचालित करने से प्रतिबंधित किया गया है। शुक्रवार को शिक्षा मंत्री वी सिवनकुट्टी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है।
आंगनबाड़ी और मदरसे भी रहेंगे बंद
जिले में शैक्षणिक संस्थानों के संचालन पर आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 26, 30 और 34 के तहत प्रतिबंध लगाया गया था। आदेश के मुताबिक, शिक्षण संस्थानों में किसी भी छात्र को प्रवेश की अनुमति नहीं है। यह आदेश आंगनबाड़ियों और मदरसों पर भी लागू है। इस बीच, सार्वजनिक परीक्षाएं तय कार्यक्रम के अनुसार आयोजित की जाएंगी। इससे पहले कोझिकोड में गुरुवार और शुक्रवार के अलावा शनिवार (16 सितम्बर) को शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी गई थी।
पूरे राज्य में फैला निपाह?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और आईसीएमआर के अध्ययन में पाया गया है कि सिर्फ कोझिकोड ही नहीं बल्कि पूरा राज्य इस तरह के संक्रमण से ग्रसित है। वन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सबसे अधिक सावधानी बरतनी होगी। नवीनतम वायरस जंगल क्षेत्र के पांच किलोमीटर के भीतर उत्पन्न हुआ है।