पटना, 11 अगस्त। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा सांसद सुशील मोदी के उस वक्तव्य को मजाक व फर्जी करार दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि नीतीश कुद उपराष्ट्रपति बनना चाहते थे।
नीतीश बोले – क्या मजाक है! ये फर्जी है
भाजपा से नाता तोड़ कर मंगलवार को विपक्षी पार्टी राजद के साथ हाथ मिलाने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा, ‘आपने एक आदमी (सुशील मोदी) को यह कहते सुना कि मैं उपराष्ट्रपति बनना चाहता था। क्या मजाक है! यह फर्जी है। मेरी ऐसी कोई इच्छा नहीं थी। क्या वे भूल गए कि हमारी पार्टी ने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव में उनका कितना समर्थन किया?’
‘वे मेरे खिलाफ बातें करते रहें, ताकि उन्हें फिर से पोजीशन मिल जाए‘
राज्यसभा की सदस्यता पाने के पहले नीतीश सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे सुशील मोदी को जवाब देते सीएम ने यह भी कहा, ‘वे मेरे खिलाफ बातें करते रहें, ताकि उन्हें फिर से पोजीशन मिल जाए।’
नीतीश ने बुधवार को आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद भी कहा था कि भाजपा को 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए था। उन्होंने कहा था, ‘वह एक प्रिय मित्र रहे हैं। उन्हें मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनाया गया। अगर उन्हें इस पद पर नियुक्त किया गया होता तो चीजें इस स्तर पर नहीं पहुंचतीं।’
कुमार यह कहते रहे हैं कि वह 2020 में उनकी पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री बने रहने के मूड में नहीं थे, लेकिन भाजपा के नेताओं के आग्रह पर उन्होंने ऐसा किया। पिछली राजग सरकार में सुशील मोदी की बजाय तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था।