नई दिल्ली, 6 सितंबर। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने मिशन-2024 के लिए इन दिनों दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं। इस दौरे में वह विपक्षी एकता बनाने की कोशिश करते दिखे रहे हैं। सोमवार को वर कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी से मिले थे। वहीं, आज उनकी मुलाकात सीपीआई (एम) नेता सीतारमा येचुरी से हुई है। उनसे मिलने नीतीश कुमार लेफ्ट पार्टी के दफ्तर पहुंचे।
येचुरी से मुलाकात के बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा, ‘हम साथ हैं, इसलिए उनसे मिलने यहां आए हैं।’ रविवार को उन्होंने कहा था कि देश में कांग्रेस और वामदलों से अलग गठबंधन का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा, ‘हमने चर्चा की है कि अगर वाम दल, विभिन्न राज्यों में क्षेत्रीय दल और कांग्रेस एक साथ आते हैं तो यह बहुत बड़ी बात होगी।’
येचुरी ने कहा – विपक्षी दलों को मिलकर देश और संविधान को बचाना है
वहीं, इस मुलाकात के बाद सीताराम येचुरी ने कहा, ‘हम स्वागत करते हैं कि नीतीश कुमार एक बार फिर इस कार्यालय में आए। यह देश की राजनीति के लिए सकारात्मक संकेत है। विपक्षी दलों को मिलकर देश और संविधान को बचाना है।’
उल्लेखनीय है कि जदयू की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी के अगले दिन सोमवार को नीतीश कुमार देश में मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने की मुहिम पर पटना से दिल्ली पहुंचे। जदयू ने उन्हें देशभर में विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए अधिकृत किया है।
दिल्ली एयरपोर्ट पर उन्होंने मीडिया से कहा, ‘पीएम बनने की मेरी कोई आकांक्षा नहीं है। मैं विपक्षी दलों को एकजुट करने का प्रयास कर रहा हूं। आज देश में क्षेत्रीय दलों को खत्म करने की साजिश चल रही है।’