पटना, 30 अगस्त। बिहार की नीतीश सरकार ने स्कूलों की छुट्टियों में कटौती कर दी है। इस क्रम में शिक्षा विभाग ने रक्षाबंधन सहित 14 छुट्टियां खत्म कर दी हैं। दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा की छुट्टियां भी कम कर दी गई हैं। शिक्षा विभाग के इस आदेश के बाद राज्य में सियासी बवाल मच गया है और भाजपा ने नीतीश सरकार को आड़े हाथों लिया है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का नीतीश सरकार पर हमला
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नए फरमान को लेकर नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा, ‘कल संभव है कि बिहार में शरिया लागू कर दी जाए और हिन्दू त्योहार मनाने पर रोक लग जाए।’ वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि लालू-नीतीश बिहार को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार में बिहार में दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय लिया है।
तुष्टीकरण के नीति से लालू व नीतीश कुमार ने बिहार को बर्बाद किया है – सम्राट चौधरी
सम्राट चौधरी ने कहा कि लगातार तुष्टीकरण के नीति से लालू और नीतीश कुमार ने बिहार को बर्बाद किया है। बिहार सरकार के तरफ से दबाव बनाया जा रहा है शिक्षकों पर छुट्टी में नहीं जाएं। अब तो आदेश निकल गया कि 14 छुट्टियों को रद कर दिया गया है, जिनमें जन्माष्टमी, तीज, छठ, दुर्गापूजा और गुरु नानक जयंती भी शामिल हैं।उन्होंने कहा कि इससे बड़ा दुर्भाग्य कुछ नहीं हो सकता बिहार में कि नीतीश कुमार अपनी तुष्टिकरण की नीति के कारण प्रधानमंत्री बनने के सपने के कारण बिहार को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं। सरकार को तुरंत यह फैसला वापस लेना चाहिए।
शिक्षक भी सरकार के इस फैसले से काफी नाराज
उधर, शिक्षक भी सरकार के इस फैसले से काफी नाराज हैं। टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक राजू सिंह का कहना है कि तमाम नियम कानून को ताक पर रखते हुए शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव के के पाठक शिक्षकों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का एक मौका नहीं छोड़ रहे हैं। इस प्रकार के निर्देशों के माध्यम से शिक्षकों को प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है।
नई शिक्षा नीति भी कहती है कि विद्यालयों में 29 घंटे से अधिक सप्ताह में पढ़ाई नहीं होनी चाहिए। अब तक सरकारी विद्यालयों में 60 दिनों की छुट्टियां रहती थीं, जिसे खत्म कर सरकार बच्चों को पढ़ाई बोझ बनाना चाहती है।
जदयू के विधान पार्षद नीरज कुमार ने सरकार के फैसले का किया बचाव
वहीं, इस मामले में जदयू के विधान पार्षद एवं मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के तहत तो केंद्र सरकार का दायित्व है, उसमें जो निर्देश दिए गए हैं, उसकी अनुसूची के तहत प्राथमिक विद्यालय में कम से कम 200 दिन मध्य विद्यालय में कम से कम 220 दिन कार्य दिवस का प्रावधान है। चुनाव परीक्षा, विधि व्यवस्था, गणना, त्यौहार छुट्टी कायम है। लेकिन कुछ एक छुट्टियों के दिवस में कटौती की गई है। ऐसे में यदि कोई राजनीतिक व्याख्या कर रहा है तो हम उसे विनती करेंगे कि आप बोलिए कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम फर्जी है।
नए आदेश के तहत राज्य के विद्यालयों में अब रक्षाबंधन की छुट्टी नहीं रहेगी। माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में 31 अगस्त को छुट्टी घोषित थी, जिसमें अब बदलाव कर दिया गया है।