नई दिल्ली, 13 सितम्बर। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने अपने विभाग के अधिकारियों से विभिन्न कम्पनियों की इलेक्ट्रिक बसों के लिए समान चार्जिंग प्रणाली पर गौर करने को कहा है।
इलेक्ट्रिक बसों के लिए भिन्न चार्जिंग प्रणाली के चलते राज्यों को हो रहीं दिक्कतें
गडकरी ने मंगलवार को यहां माइंडमाइन शिखर सम्मेलन में कहा कि विभिन्न कम्पनियों की इलेक्ट्रिक बसों के लिए अलग-अलग चार्जिंग प्रणाली है, ऐसे में राज्यों को दिक्कत हो रही है। उन्होंने कहा, ‘हिमाचल प्रदेश के परिवहन मंत्री ने मुझे विभिन्न कम्पनियों की इलेक्ट्रिक बसों के लिए अलग-अलग चार्जिंग प्रणाली की समस्या के बारे में बताया। मैंने अपने अधिकारियों से इसका समाधान खोजने के लिए कहा है। विभिन्न कम्पनियों की इलेक्ट्रिक बसों को चार्ज करने के लिए एक ही प्रणाली होनी चाहिए।’
सार्वजनिक परिवहन प्रणाली के उपयोग को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर बल
गडकरी ने लोगों को सार्वजनिक परिवहन प्रणाली का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘हमें लोगों को और कार खरीदने के लिए हतोत्साहित करने की जरूरत है, हमें महानगरों में वातानुकूलित ट्रॉली बस सेवा शुरू करने की आवश्यकता है।’
इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतें एकाध वर्ष में पेट्रोल वाहनों के मूल्य के बराबर होने की उम्मीद
केंद्रीय मंत्री ने उम्मीद जताई कि इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की कीमतें एक या दो वर्ष के भीतर देश में पेट्रोल वाहनों के मूल्य के बराबर हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य 2024 के अंत से पहले लॉजिस्टिक लागत को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 10 प्रतिशत तक कम करना है, जो वर्तमान में 14-16 प्रतिशत है। उन्होंने यह भी कहा कि हरित हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन है।