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नितिन गडकरी ने बेमेतरा में विश्व के सबसे ऊंचे बांस निर्मित टॉवर का किया लोकार्पण, एफिल टॉवर जैसी डिजाइन

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रायपुर, 18 सितम्बर। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने विश्व बांस दिवस के अवसर पर बुधवार को छत्तीसगढ़ के बेमेतरा में तैयार विश्व के सबसे ऊंचे बांस के टॉवर का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये लोकार्पण किया।

भव्य सृष्टि उद्योग के फाउंडर गणेश वर्मा ने तैयार किया है टॉवर

बेमेतरा जिले के ग्राम कठिया में भव्य सृष्टि उद्योग की ओर से दुनिया के सबसे ऊंचा बांस का टॉवर बनाया गया है। पेरिस के एफिल टॉवर जैसी डिजाइन वाला यह टॉवर भव्य सृष्टि उद्योग के फाउंडर और बांस प्रौद्योगिकी से जुड़े गणेश वर्मा ने बनाया है। करीब 11 लाख रुपये की लागत से निर्मित इस टॉवर की ऊंचाई 140 फीट और वजन 7400 किलोग्राम है।

11 लाख लागत, 140 फीट ऊंचा और वजन 7400 किलोग्राम

नितिन गडकरी ने इस अवसर पर कहा कि भव्य सृष्टि उद्योग बांस पर लगातार अनुसंधान कर इसकी नई-नई खासियतों को सामने ला रहा है। अपनी नई सोच और पहल से उन्होंने 140 फीट ऊंचा यह टॉवर बनाया है। यह टॉवर वजन में हल्का है और इसका जीवनकाल कम से कम 25 वर्षों का है।

वजन में हल्के टॉवर का जीवनकाल कम से कम 25 वर्ष

उन्होंने कहा कि वॉच टॉवर, टेलीकॉम टॉवर, ट्रांसमिशन टॉवर और रेडियो टॉवर के रूप में इसका उपयोग हो सकता है। उन्होंने कहा, ‘भव्य सृष्टि उद्योग बांस के उपयोग और इससे निर्मित सामग्रियों की नई-नई डिजाइन और परिकल्पना पर लगातार काम कर रहा है। हम लोग उनका पूरा सहयोग कर रहे हैं। उनके इस कार्य के लिए मैं उन्हें बहुत बधाई देता हूं।’

नवनिर्मित टॉवर से बढ़ा छत्तीसगढ़ का गौरव : डॉ रमन सिंह

छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने लोकार्पण कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि 140 फीट के इस नवनिर्मित टॉवर से छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ा है। दुनिया के सबसे ऊंचे 140 फीट के बांस के टॉवर को देखकर मैं गौरवान्वित हुआ हूं। इसके लिए मैं भव्य सृष्टि उद्योग से जुड़े सभी साथियों को बधाई देता हूं। छत्तीसगढ़ का यह नया स्टार्ट-अप धरती से जुड़ा है, किसान से जुड़ा है और हमारे वनवासियों से जुड़ा है। सांसद विजय बघेल तथा विधायकद्वय दीपेश साहू और ईश्वर साहू भी कठिया में बांस-टॉवर के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए।

भव्य सृष्टि उद्योग के फाउंडर गणेश वर्मा ने बताया कि उनकी कम्पनी के उत्पादों को नेशनल ऑटोमोटिव टेस्ट ट्रैक्स, सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट, भारतीय रेलवे, भारतीय सड़क कांग्रेस और अन्य सरकारी संस्थानों से मान्यता मिली है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय इस पर्यावरण अनुकूल और अभिनव समाधान को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। मंत्रालय देश के 25 राज्यों में सैकड़ों किलोमीटर की लंबाई में बांस क्रैश बैरियर्स लगाने की परीक्षण परियोजनाएं शुरू करने के लिए तैयार है, जिनका क्रियान्वयन अगले कुछ महीनों के भीतर किया जाएगा। इसके आधार पर बांस क्रैश बैरियर्स की व्यापक स्थापना की संभावनाओं का आकलन किया जाएगा, जो किसानों, गांवों की अर्थव्यवस्था और पर्यावरण के लिए वरदान साबित हो सकता है।

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