श्रीनगर, 28 अगस्त। दुबई में एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट के तहत रविवार की शाम दो चिर प्रतिद्वंदियों – भारत और पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाले मुकाबले को लेकर जहां पूरी दुनिया के क्रिकेट प्रशंसक उत्साहित हैं वहीं नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) श्रीनगर ने किसी अनहोनी से बचने के लिए अपने छात्रों को तगड़ी हिदायत दे रखी है कि वे समूह में यह मुकाबला न देखें अन्यता उनपर जुर्माना लगा दिया जाएगा।
इस मैच से संबंधित कुछ भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट न करने का आदेश
एनआईटी श्रीनगर ने न सिर्फ अपने छात्रों से रविवार के भारत-पाकिस्तान एशिया कप क्रिकेट मैच को समूह में देखने से मना किया है वरन उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि वे भारत-पाकिस्तान मैच से संबंधित कुछ भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट न करें।
डीन ऑफ स्टूडेंट्स वेलफेयर की ओर से जारी नोटिस में संस्थान प्रशासन ने छात्रों को मैच के दौरान अपने कमरों में रहने को कहा है। संस्थान द्वारा जारी नोटिस में छात्रों से कहा गया है, ‘छात्रों को पता है कि दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में विभिन्न देशों से जुड़ी एक क्रिकेट श्रृंखला चल रही है। छात्रों को एतद्द्वारा निर्देश दिया जाता है कि वे खेल को खेल के रूप में लें और संस्थान/छात्रावास में किसी प्रकार की अनुशासनहीनता न पैदा करें।’
समूह में मैच देखने पर 5 हजार का जुर्माना, आवंटित कमरा भी रद होगा
निर्देश में भारत-पाक के मैच के दौरान छात्रों को अपने आवंटित कमरों में रहने, अन्य छात्रों को अपने कमरे में प्रवेश न करने देने और समूहों में मैच न देखने को कहा गया है। इतना हीं नहीं, संस्थान ने सख्ती दिखाते हुए कहा है कि यदि किसी कमरे में छात्र समूह में मैच देखते पाए गए तो जिन छात्रों को वह विशेष कमरा आवंटित किया गया है, उन्हें संस्थान के छात्रावास से वंचित कर दिया जाएगा। साथ ही समूह में मैच देक रहे सभी छात्रों पर कम से कम 5,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। इसके अलावा छात्रों को निर्देश दिया गया है कि वे मैच के दौरान या बाद में छात्रावास के कमरों से बाहर न निकलें।
गौरतलब है कि 2016 में टी20 विश्व कप सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज से भारत की हार के बाद संस्थान में बाहरी और स्थानीय छात्रों के बीच संस्थान में संघर्ष शुरू हो गया था। इस कारण एनआईटी कई दिनों तक बंद रखना पड़ा था। यह देखते हुए संस्थान भारत-पाक मैच के दौरान ऐसी किसी भी अप्रिय स्थिति से बचना चाहता है।