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विश्व पैरा एथलेटिक्स : निषाद कुमार ने तोड़ा विश्व रिकॉर्ड, फर्राटा धाविका सिमरन ने भी भारत को दिलाया स्वर्ण पदक

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नई दिल्ली, 3 अक्टूबर। निषाद कुमार और सिमरन शर्मा ने राष्ट्रीय राजधानी स्थित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में जारी विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2025 में शुक्रवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए मेजबान भारत के लिए दो स्वर्ण पदक जीते। इस क्रम में निषाद कुमार ने जहां पुरुषों की ऊंची कूद टी-47 स्पर्धा में नए विश्व रिकॉर्ड के साथ बाजी मारी वहीं फर्राटा धाविका सिमरन ने महिलाओं की 100 मीटर टी-12 स्पर्धा में पहला स्थान हासिल किया।

पदक तालिका में बड़ी छलांग के साथ चौथे स्थान पर पहुंचा मेजबान दल

भारत ने इन दो स्वर्ण पदकों की बदौलत पदक तालिका में बड़ी उछाल मारी और 11वें स्थान से सीधे चौथे स्थान पर पहुंच गया। संप्रति पदक तालिका में ब्राजील 12 स्वर्ण, 18 रजत और 7 कांस्य के साथ पहले, चीन 9 स्वर्ण, 16 रजत और 13 कांस्य के साथ दूसरे और पोलैंड 8 स्वर्ण, 2 रजत और 5 कांस्य के साथ तीसरे स्थान पर है। भारत अब तक कुल 15 पदक जीत चुका है, जिनमें 6 स्वर्ण, 5 रजत और 4 कांस्य शामिल हैं।

प्रीति पाल व प्रदीप कुमार ने जीते कांस्य पदक

इससे पहले दिन में भारत की प्रीति पाल ने महिलाओं की 200 मीटर टी-36 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता जबकि प्रदीप कुमार ने पुरुषों की डिस्कस थ्रो एफ-46 स्पर्धा में एक और कांस्य पदक दिलाया।

निषाद कुमार ने 2.18 मी. की ऊंचाई पार कर बनाया नया विश्व रिकॉर्ड

निषाद कुमार की बात करें तो उन्होंने ऊंची कूद में शानदार प्रदर्शन करते हुए तुर्किये के अब्दुल्ला इल्गाज और अमेरिका के तीन बार के चैम्पियन रोडरिक टाउनसेंड को पीछे छोड़ दिया। उन्होंने 2.18 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। इस दौरान उन्होंने एशियाई रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। इल्गाज ने 2.08 मीटर की कूद लगाकर यूरोपीय रिकॉर्ड हासिल किया, लेकिन निषाद ने उन्हें पछाड़ दिया। वहीं, टाउनसेंड केवल 2.03 मीटर तक ही कूद पाए और बाहर हो गए।

फर्राटा धाविका सिमरन के करिअर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन

वहीं महिलाओं की 100 मीटर टी-12 स्पर्धा में सिमरन ने गाइड उमर सैफी के साथ शानदार तालमेल दिखाया। उन्होंने पहले सेमीफाइनल में 12.08 सेकेंड का समय निकाला और पहली बार फाइनल में 12 सेकेंड की बाधा तोड़ते हुए 11.95 सेकेंड में दौड़ पूरी की। यह उनके करिअर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। भारत के खिलाड़ियों ने घरेलू दर्शकों के सामने दबाव में भी संयम बनाए रखा और देश का नाम रोशन किया।

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