Site icon hindi.revoi.in

पहलगाम आतंकी हमला : NIA गृह मंत्रालय को जल्द सौंपेगी रिपोर्ट, ओवर ग्राउंड वर्कर्स की लिस्ट भी तैयार

Social Share

श्रीनगर, 3 मई। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) गत 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन मैदान में हुए आतंकी हमले के बाद गृह मंत्रालय (MHA) को अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जल्द ही सौंपने की तैयारी कर रही है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

जांच से परिचित अधिकारियों के अनुसार दक्षिण कश्मीर के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक पर नागरिकों को निशाना बनाकर किया गया हमला पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़ा है, जिसे पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) और पाकिस्तानी सेना का समर्थन प्राप्त था।

एनआईए के महानिदेशक सदानंद दाते की देखरेख में संकलित रिपोर्ट सबूतों पर आधारित है। इसमें लगभग 150 गवाहों की गवाही, अपराध स्थल का 3डी रीक्रिएशन और साइट पर एकत्र कारतूसों का बैलिस्टिक विश्लेषण शामिल है। अधिकारियों ने बताया कि रिपोर्ट बहुत जल्द एमएचए को सौंपी जाएगी।

नाम न बताने की शर्त पर एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘यह सीमा पार से समन्वय के साथ एक सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध हमला था। बेतताब घाटी में हथियार पहले से ही तैनात किए गए थे और क्षेत्र में ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGW) ने हमलावरों को निगरानी और आश्रय सहित रसद सहायता प्रदान की।’

अधिकारियों ने कहा कि हमलावरों ने ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में अपने आकाओं के साथ एक्टिव कम्युनिकेशन बनाए रखा और माना जाता है कि वे अब भी दक्षिण कश्मीर के कुछ हिस्सों में सक्रिय हैं।

ओवर ग्राउंड वर्कर्स की एक लिस्ट तैयार

इसी क्रम में एनआईए ने संदिग्ध ओवर ग्राउंड वर्कर्स की एक लिस्ट भी तैयार की है और उनके नेटवर्क को खत्म करने के लिए लक्षित कानूनी और प्रशासनिक काररवाई की तैयारी कर रही है। NIA के डीजी दाते ने इस सप्ताह व्यक्तिगत रूप से स्थिति का आकलन करने के लिए बैसरन साइट का दौरा किया था। तब उन्हें चल रही जांच की प्रगति के बारे में जानकारी दी गई थी।

फोरेंसिक विशेषज्ञों द्वारा समर्थित कई एनआईए टीमें सबूतों की तलाश और गवाहों से पूछताछ के लिए साइट की छानबीन कर रही है। जम्मू-कश्मीर पुलिस की सहायता के लिए एक महानिरीक्षक के नेतृत्व में एनआईए की एक वरिष्ठ टीम पहलगाम में तैनात है। एक उप महानिरीक्षक और एक पुलिस अधीक्षक भी जांच पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं।

घटनाओं के पूरे सिलसिले को एक साथ जोड़ने के लिए एजेंसी ने बचे हुए लोगों के बयान लेने के लिए देशभर में अतिरिक्त टीमें भी भेजी थीं। जिन लोगों से पूछताछ की गई, उनमें कई टट्टू संचालक शामिल हैं, जो घटनास्थल पर मौजूद थे। इसके साथ ही एक फोटोग्राफर भी शामिल है, जिसे मुख्य चश्मदीद माना जाता है।

आतंकियों की सूचना देने वाले को ईनाम

इस बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हमले में शामिल माने जाने वाले तीन संदिग्धों की पहचान और स्केच जारी किए हैं। इनमें दो पाकिस्तानी नागरिक शामिल हैं। अधिकारियों ने कहा, ‘हमले के सिलसिले में पूछताछ के लिए कश्मीर घाटी में 2,000 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है।’ पुलिस ने आतंकवादियों को मार गिराने में मदद करने वाली सूचना के लिए 20 लाख रुपये के ईनाम की भी घोषणा की है।

Exit mobile version