शिवमोगा (कर्नाटक), 6 अप्रैल। बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले की जांच के सिलसिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शिवमोगा जिले के तीर्थहल्ली से भाजपा कार्यकर्ता साई प्रसाद को पूछताछ के बाद शनिवार को छोड़ दिया।
गौरतलब है कि साई प्रसाद को एनआईए टीम ने शुक्रवार को हिरासत में लिया था, जिसपर कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने भाजपा को सवालों के घेरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया था कि कैफे ब्लास्ट में भाजपा का ही हाथ है।
क्रिप्टो करेंसी के लेनदेन को लेकर साई से हुई पूछताछ
फिलहाल घर वापस आने के बाद में मीडिया से बातचीत में साई प्रसाद ने कहा, ‘एनआईए ने रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले में मुजम्मिल शरीफ को गिरफ्तार किया है और उससे पूछताछ कर रही है। इस जांच के तहत एनआईए ने तीन लोगों को नोटिस जारी की थी। मुझे भी एक नोटिस मिली। हमें नहीं पता कि उन्होंने हमें नोटिस क्यों दी। मतीन नाम के व्यक्ति ने Sai Slash_P नाम के अकाउंट से क्रिप्टो करेंसी का लेनदेन किया था। मेरे नाम से मिलने के कारण उन्होंने मुझे नोटिस दी थी।’
साई बोले – ‘हम और मुजम्मिल दोस्त हैं और मिलकर व्यवसाय करते हैं‘
साई प्रसाद ने कहा, ‘मैंने क्रिप्टो नामक एक वैध एप से निवेश किया है। मैंने केवाईसी का उपयोग करके अपने बैंक खाते के माध्यम से निवेश किया। मैंने जांच अधिकारियों को इस बारे में सूचित कर दिया है। अधिकारियों ने हर तरह से जांच की और मुझे वापस भेज दिया। साथ ही मुजम्मिल से पूछताछ कर उसे जेल भेज दिया गया। हम और मुजम्मिल दोस्त हैं और मिलकर व्यवसाय करते हैं। मैंने एनआईए अधिकारियों को व्यवसाय के बारे में सब कुछ बता दिया है।’
‘मैंने कुछ गलत नहीं किया है, यदि मैं गलत हूं तो सीधे गोली मार दो‘
प्रसाद ने कहा, ‘मैं भाजपा का एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं। हम छोटी-छोटी पेंटिंग बनाकर गुजारा करते हैं। बिना सच सामने आए आरोप न लगाएं। मैंने कुछ गलत नहीं किया है। यदि मैं गलत हूं तो सीधे गोली मार दो। इस मामले में मेरी कोई भूमिका नहीं है। हम कोई राष्ट्रविरोधी गतिविधि नहीं करते। मैं एक हिन्दू समर्थक संगठन से जुड़ा हूं। कल आपके बच्चे भी इसमें फंस सकते हैं। जब देश की बात आती है तो पार्टी और जाति कोई मायने नहीं रखती। युवाओं को इस मामले की जानकारी होनी चाहिए।’
एनआईए ने की मुख्य आरोपित और सह साजिशकर्ता की पहचान
इस बीच एनआईए ने एक दिन पहले दावा किया था कि एक मार्च को बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में विस्फोट को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपित की पहचान मुसाविर हुसैन शाजिब और सह-साजिशकर्ता की पहचान अब्दुल मतीन ताहा के रूप में की गई है। दोनों कर्नाटक के शिवमोगा जिले के तीर्थहल्ली के निवासी हैं।
एनआईए फरार आरोपितों का पता लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने के प्रयासों के तहत कर्नाटक, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में 18 स्थानों पर तलाशी भी ली थी। एनआईए ने मुजम्मिल शरीफ को मुख्य आरोपित की सहायता करने के आरोप में 26 मार्च को गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसी ने 29 मार्च को प्रत्येक भगोड़े की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने पर 10 लाख रुपये के ईनाम की भी घोषणा की थी।