नई दिल्ली, 6 अप्रैल। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने (NHRC) ने हरियाणा और गुजरात में बीते दिनों सीवर सफाई के दौरान सात सफाई कर्मचारियों की जहरीली गैस से हुई मौत की घटनाओं को गंभीरता से लिया है और दोनों राज्य सरकारों को नोटिस जारी की है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों और डीजीपी के माध्यम से छह हफ्तों के भीतर घटनाओं की रिपोर्ट मांगी है। मीडिया खबरों के अनुसार सफाई कर्मचारी बिना किसी सुरक्षा उपकरणों के सीवर की सफाई के लिए उतरे थे।
उल्लेखनीय है कि कल (पांच अप्रैल) हरियाणा के झज्जर के बहादुरगढ़ इलाके में एक निजी संपत्ति के सेप्टिक टैंक के अंदर पाइप फिट करने के दौरान चार लोगों की मौत हो गई थी। वहीं गुजरात के भरूच जिले में बीते मंगलवार (चार अप्रैल) को सीवर लाइन की सफाई के दौरान तीन सफाईकर्मियों की मौत हो गई।
भरूच की घटना में मृत मजदूरों की पहचान गलसिंह मुनिया, अनीफ परमार और परेश कटारा के रूप में हुई थी जबकि, झज्जर में मृत मजदूरों में जसौर खीरी निवासी दीपक, मध्य प्रदेश निवासी महेंद्र और देशराज, यूपी के अमेठी निवासी सतीश शामिल थे। महेंद्र राजमिस्त्री था, देशराज और सतीश प्रवासी मजदूरों के रूप में काम करते थे।