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न्यूजीलैंड ने रचा इतिहास, भारतीय धरती पर पहली बार जीती टेस्ट सीरीज, पुणे में सैंटनर के सामने टीम इंडिया 113 रनों से पस्त

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पुणे, 26 अक्टूबर। महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) स्टेडियम के स्पिन मूलक विकेट पर शनिवार को आशंकाओं के अनुरूप भारतीय बल्लेबाज कोई चमत्कार नहीं दिखा सके और करिश्माई मिचेल सैंटनर की असाधारण गेंदबाजी के सामने दूसरे क्रिकेट टेस्ट के तीसरे ही दिन टीम इंडिया को 113 रनों की बड़ी पराजय झेलनी पड़ गई। न्यूजीलैंड ने इसके साथ ही तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-0 की निर्णायक बढ़त हासिल कर ली और भारतीय धरती पर पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने के साथ ही इतिहास रच दिया।

भारत का घरेलू टेस्ट सीरीज में 12 वर्षों का अपराजेय क्रम टूटा

दूसरी तरफ भारतीय टीम का घरेलू टेस्ट सीरीज में 12 वर्षों से चला आ रहा अपराजेय क्रम भी टूट गया। भारत को घर में आखिरी बार दिसम्बर, 2012 में एलिस्टेयर कुक की अगुआई वाली इंग्लैंड टीम के खिलाफ टेस्ट सीरीज गंवानी पड़ी थी। तब मेहमान टीम ने 2-1 से जीत दर्ज की थी। उसके बाद भारत ने घरेलू मैदान पर लगातार 18 टेस्ट सीरीज जीती थी। अब भारत एक नवम्बर से मुंबई में प्रस्तावित तीसरे व अंतिम टेस्ट के जरिए सीरीज में हार का अंतर कम करना चाहेगा।

कीवियों की ऐतिहासिक जीत के हीरो सैंटनर ने मैच में झटके 13 विकेट

फिलहाल कीवियों की इस ऐतिहासिक जीत के नायक निश्चित रूप से हैमिल्टन के 32 वर्षीय गेंदबाजी हरफनमौला सैंटनर ही रहे, जिन्होंने दो पारियों में 157 रन खर्च कर कुल 13 विकेट निकाले। पहली पारी में 33 रनों के अंशदान के अलावा सात शिकार करने वाले वामहस्त स्पिनर ने दूसरी पारी में भी 104 रन देकर छह विकेट झटकने के साथ मेजबानों को सस्ते में निबटाने में अहम भूमिका निभाई। ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का उनसे बड़ा हकदार कोई और हो भी नहीं सकता था।

दरअसल, टीम इंडिया की हार की पटकथा तो दूसरे ही दिन लिखी जा चुकी थी, जब धाकड़ सैंटनर के स्पिन जाल में उलझकर मेजबानों की पहली पारी 156 रनों पर बिखर गई थी और फिर कप्तान टॉम लाथम की अगुआई में उपयोगी पारियों से कीवियों ने शुक्रवार की शाम अपनी कुल बढ़त 301 रनों तक पहुंचा दी थी।

न्यूजीलैंड ने भारत के सामने रखा था 359 रनों का लक्ष्य

न्यूजीलैंड की दूसरी पारी पिछली शाम के स्कोर 5-198 से आगे बढ़ती हुई आज 255 रनों पर थमी तो भारत के सामने जीत के लिए 359 रनों का लक्ष्य था। चौथी पारी में 350 से ज्यादा का लक्ष्य तो वैसे भी कठिन ही होता है, लेकिन पहली पारी में हुई दुर्गति देखते हए कोई करिश्मा ही रोहित शर्मा एंड कम्पनी को बचा सकती थी।

यशस्वी व जडेजा को छोड़ अन्य कोई दम नहीं दिखा सका

फिलहाल ओपनर यशस्वी जायसवाल (77 रन, 65 गेंद, तीन छक्के, नौ चौके) व हरफनमौला रवींद्र जडेजा (42 रन, 84 गेंद, दो चौके) को छोड़ अन्य कोई भी बल्लेबाज ज्यादा दम नहीं दिखा सका और सैंटनर एवं उनके साथी स्पिनरों के सामने भारतीय पारी तीसरे सत्र के दौरान 60.2 ओवरों में 245 रनों पर समाप्त हो गई।

स्कोर कार्ड

यशस्वी ने तीसरे सर्वोच्च स्कोरर शुभमन गिल (23 रन, 31 गेंद, चार चौके) के साथ दूसरे विकेट पर 62 रनों की सबसे बड़ी भागीदारी की। भारतीय पारी के शुरुआती छह में पांच विकेट लेने वाले सैंटनर के अलावा वामहस्त स्पिनर एजाज पटेल (2-43) व ऑफ स्पिनर ग्लेन फिलिप्स (1-60) ने अन्य तीन विकेट लिए जबकि ऋषभ पंत खाता खोले बिना रन आउट हुए।

गेंदबाजों को मिले 38 विकेटों में से 37 स्पिनरों के हाथ लगे

कुल मिलाकर इस मैच में स्पिनर्स के वर्चस्व का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि दोनों पारियों में गिरे 40 विकेटों में से 37 स्पिनर्स के हाथ लगे। दो बल्लेबाज रन आउट हुए तो किसी पेसर को मिली इकलौती सफलता टिम साउदी के हाथ लगी। न्यूजीलैंड की पहली पारी के सभी 10 विकेट वॉशिंगटन सुंदर (सात) व रविचंद्रन अश्विन (तीन) ने बांटे। मेहमानों की दूसरी पारी में भी सुंदर (4-56), जडेजा (3-72) व अश्विन (2-97) ने आपस में नौ विकेट बांटे जबकि अंतिम बल्लेबाज रन आउट हुआ। वहीं भारत की पहली पारी में सैंटनर (सात) व ग्लेन फिलिप्स (दो) ने आपस में नौ विकेट बांटे थे।

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