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भारत में कोरोना के नए वैरिएंट ने दी दस्तक, मुंबई में मिला XE और कप्पा का पहला केस

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मुंबई, 6 अप्रैल। वैश्विक महामारी कोरोना ने भारत का तनाव एक बार फिर बढ़ा दिया है। इसकी वजह यह है कि जानलेवा संक्रमण के नए वैरिएंट XE और कप्पा के एक-एक केस मुंबई में मिले हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में XE वैरिएंट का यह पहला मामला है। जीनोम सीक्वेंसिंग के दौरान कुल 376 सैंपल लिए गए थे, जिनमें 230 मुंबई के ही थे। जीनोम सीक्वेंसिंग परीक्षण का यह 11वां बैच था। 230 में से 228 सैंपल ओमीक्रॉन के हैं, शेष एक कप्पा वैरिएंट का है और एक XE वैरिएंट का है।

ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट से 10 फीसदी ज्यादा संक्रामक हो सकता है XE

कोरोना का एक नया म्यूटेंट वैरिएंट XE ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BA.2 से करीब 10 प्रतिशत ज्यादा संक्रामक हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) भी इसे लेकर चिंता कर चुका है। XE ओमिक्रॉन के दो सब लीनेज BA.1 और BA.2 का रीकॉम्बिनेंट स्ट्रेन है। डब्ल्यूएचओ कह चुका है कि जब तक इसके ट्रांसमिशन रेट और बीमारी के व्यवहार में महत्वपूर्ण बदलाव नहीं देखा जाता, तब तक इसे ओमिक्रॉन वैरिएंट से ही जोड़कर देखा जाएगा।

ब्रिटेन में सबसे पहले पाया गया XE स्ट्रेन

कोरोना के नए वैरिएंट XE स्ट्रेन का पहली बार ब्रिटेन में इसी वर्ष 19 जनवरी को पता चला था और तब से 600 से ज्यादा ऐसे मामलों की पुष्टि हो चुकी है। ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (एचएसए) की मुख्य चिकित्सा सलाहकार सुजैन हॉपकिंस का कहना है कि अब तक इसकी संक्रामकता, गंभीरता या उनके खिलाफ कोविड-19 टीकों की प्रभावशीलता के बारे में निष्कर्ष निकालने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं।

XD वैरिएंट पर भी है डब्ल्यूएचए की नजर

डब्ल्यूएचओ ने एक रिपोर्ट में कहा है कि वह XE जैसे रीकॉम्बिनेंट वैरिएंट से होने वाले खतरों को लगातार मॉनिटर कर रहा है। इससे जुड़े साक्ष्य सामने आते ही अपडेट देगा। XE के अलावा, वैश्विक संगठन एक अन्य रीकॉम्बिनेंट वैरिएंट XD पर भी नजर रख रहा है, जो डेल्टा और ओमिक्रॉन का एक हाईब्रिड है। इसके ज्यादातर मामले फ्रांस, डेनमार्क और बेल्जियम में पाए गए हैं।

देश में दो दिनों बाद नए संक्रमितों की संख्या फिर एक हजार के पार

फिलहाल भारत में कोरोना की मौजूदा हालत की बात करें तो दो दिनों के अंतराल बाद नए संक्रमितों की संख्या फिर एक हजार से ज्यादा (1,086) दर्ज की गई। गत रविवार, यानी तीन अप्रैल को देश में 715 दिनों बाद एक हजार से कम 913 केस सामने आए थे। सोमवार, चार अप्रैल को भी यह संख्या एक हजार से कम (795) दर्ज की गई थी। लेकिन मंगलवार को यह संख्या फिर एक हजार से ज्यादा हो गई।

इलाजरत मरीजों की संख्या 11,871

हालांकि पांच अप्रैल की रात तक देश में कोरोना के इलाजरत मरीजों की संख्या घटकर महज 11,871 रह गई थी, जो कुल संक्रमितों की 0.03 फीसदी है। इसके सापेक्ष रिकवरी रेट 98.76 फीसदी तक जा पहुंची है।

टीकाकरण का आंकड़ा 445 दिनों में 185 करोड़ के पार

इसी क्रम में राष्ट्रव्यापी कोविड टीकाकरण के तहत अब तक 445 दिनों में 185.04 करोड़ से अधिक टीके लगाए जा चुके हैं। इनमें मंगलवार को 15,49,699 लोगों का टीकाकरण किया गया। वहीं आईसीएमआर के अनुसार अब तक 79.20 करोड़ लोगों के कोरोना सैंपल की जांच की जा चुकी हैं। इनमें बीते 24 घंटे के दौरान 4,81,374 लोगों की जांच की गई।