बीजिंग, 1 जून। वुहान लैब से कोविड-19 संक्रमण की उत्पत्ति और उसके दुनियाभर में फैलने के कथित आरोपों का पहले से ही सामना कर रहे चीन में अब बर्ड फ्लू के एच10एन3 स्ट्रेन से मनुष्य के संक्रमित होने का पहला मामला सामने आया है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के अनुसार चीन के पूर्वी प्रांत जियांग्सु में इस संक्रमण से पीड़ित पहले मरीज की पुष्टि हुई है। हालांकि सरकारी सीजीएनटी टीवी ने बताया कि झेनजियांग शहर के 41 वर्षीय मरीज की हालत स्थिर है और उसे अस्पताल से जल्द छुट्टी दी जा सकती है।
चीनी अधिकारी बोले – इससे महामारी फैलने का खतरा नगण्य
स्वास्थ्य आयोग ने एक बयान में बताया कि मरीज गत 28 मई को एच10एन3 वायरस से संक्रमित पाया गया था। हालांकि आयोग ने यह नहीं बताया कि व्यक्ति संक्रमित कैसे हुआ। फिलहाल स्वास्थ्य प्राधिकारियों ने इस संक्रमण को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि यह मुर्गी से मनुष्यों में वायरस फैलने का छिटपुट मामला है और इससे महामारी फैलने का खतरा बहुत कम है।
दुनिया में इसके पहले कहीं नहीं दिखा ऐसा मामला
आयोग ने बताया कि इससे पहले दुनिया में कहीं भी मनुष्यों में एच10एन3 संक्रमण का मामला सामने नहीं आया है। एच10एन3 मुर्गे-मुर्गियों में फैलने वाले में बर्डफ्लू का अपेक्षाकृत कम गंभीर स्वरूप है और इससे बड़े पैमाने पर फैलने का जोखिम बहुत कम है। चीन में बर्डफ्लू के विभिन्न स्वरूप हैं, जिनके मनुष्यों को संक्रमित करने के मामले भी कभी-कभी सामने आते हैं।
फिलहाल बर्ड फ्लू का यह मामला ऐसे समय पर आया है, जब चीन कोरोना वायरस को लेकर घिरा हुआ है। कोरोना के उत्पत्ति को लेकर हुए महत्वपूर्ण शोध में शोधकर्ताओं के एक दल ने जानकारी दी है कि दुनियाभर में लाखों लोगों की जान ले चुकी कोरोना महामारी स्वाभाविक रूप से पैदा नहीं हुई थी बल्कि इसे चीन की वुहान लैब में चीनी वैज्ञानिकों ने पैदा किया था। चीनी वैज्ञानिकों ने वायरस के इंजीनियरिंग वर्जन को छिपाने का प्रयास किया ताकि यह इस तरह से लगे, मानो कोरोना चमगादड़ों से स्वाभाविक रूप से पैदा हुआ है।