प्रयागराज, 15 नवम्बर। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने पीसीएस 2024 की प्रारंभिक परीक्षा की नई तारीख घोषित कर दी है। आयोग ने शुक्रवार को परीक्षा की तारीख की नोटिस जारी करते हुए कहा कि सात और आठ दिसम्बर को होने वाली पीसीएस प्री परीक्षा अब 22 दिसम्बर को एक ही दिन कराई जाएगी।
आयोग की नोटिस के अनुसार पहली पाली सुबह साढ़े नौ बजे से साढ़े 11 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर के ढाई बजे से साढ़े चार बजे तक परीक्षा आयोजित की जाएगी। आयोग के इस फैसले के बाद से माना जा रहा है कि आरओ और एआरओ परीक्षा की तारीखों में भी बदलाव किया जा सकता है। ये परीक्षा पहले 22 और 23 दिसम्बर को होनी थी। फिलहाल ये परीक्षा स्थगित कर दी गई है।
गौरतलब है कि छात्र आंदोलन के कारण पीसीएस 2024 प्रारंभिक परीक्षा दो की बजाय एक दिन में कराने के फैसले के बाद सात और आठ दिसम्बर को होनी वाले एग्जाम को टाल दिया गया था। परीक्षा टाले जाने को लेकर एक दिन पहले ही नोटिफिकेशन भी जारी किया जा चुका है।
दरअसल, लोक सेवा आयोग के सचिव अशोक कुमार की एक दिन में परीक्षा कराने की घोषणा के बाद जिलाधिकारी रवींद्र कुमार मांदड़ भी छात्रों के बीच पहुंचे थे और परीक्षा को लेकर छात्रों की शंकाओं को भी जाना था। छात्रों ने जब परीक्षा तिथि के बारे में जानकारी चाही तो डीएम ने साफ किया कि परीक्षा टलेगी। आयोग की ओर से नई तिथि जारी की जाएगी।
तीसरी बार टाली गई परीक्षा
उल्लेखनीय है कि 12 जनवरी, 2024 को जारी कैलेंडर में आयोग ने पीसीएस प्री 17 मार्च 2024 को कराने का निर्णय लिया था, लेकिन आरओ/एआरओ 2023 प्रारंभिक परीक्षा का पेपर 11 फरवरी को लीक होने के कारण परीक्षा टालनी पड़ गई। उसके बाद आयोग ने तीन जून को जारी संशोधित कैलेंडर में 27 अक्तूबर को पीसीएस 2024 प्रारंभिक परीक्षा कराने की सूचना दी थी।
हालांकि तमाम कोशिशों के बावजूद मानक के अनुसार परीक्षा केंद्र नहीं मिलने के कारण आयोग ने पहले 27 और 28 अक्तूबर को परीक्षा कराने की तैयारी की। समय कम होने के कारण प्रारंभिक परीक्षा सात और आठ दिसम्बर को कराने का निर्णय लिया गया। इस तरह से देखा जाए तो 17 मार्च को प्रस्तावित परीक्षा की तिथि का छात्रों को आठ महीने में बाद भी इंतजार है।
आरओ/एआरओ 2023 प्री के लिए समिति गठित
लोक सेवा आयोग ने इस बीच समीक्षा अधिकारी (आरओ) और सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) परीक्षा-2023 स्थगित कर दी है। आयोग का कहना है कि परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए एक समिति का गठन किया है। यह समिति सभी पहलुओं पर गहन अध्ययन कर अपनी विस्तृत रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करेगी, जिससे इन परीक्षाओं की शुचिता और विश्वसनीयता को सुनिश्चित किया जा सके। समिति की रिपोर्ट मिलने के बाद आरओ/एआरओ की परीक्षा तिथि तय की जाएगी।
लोक सेवा आयोग ने गत पांच नवम्बर को यह परीक्षा 22 और 23 दिसम्बर को कराने का निर्णय लिया था। हालांकि प्रतियोगी छात्र इसे भी एक दिन में ही कराने पर अड़े हैं। 19 जून के शासनादेश में सिर्फ पीसीएस को विशिष्ट श्रेणी में रखा गया था। ऐसे में आरओ/एआरओ पर क्या निर्णय होगा, इसका अभ्यर्थियों को इंतजार है। कुछ छात्रों का मानना है कि आयोग को यह परीक्षा भी एक दिन में करानी पड़ेगी क्योंकि इससे पहले 11 फरवरी को एक दिन में 10,76,004 लाख अभ्यर्थियों की परीक्षा कराई जा चुकी है।