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नेपाल के पूर्व गृह मंत्री लामिछाने की पीएम मोदी को सलाह – ‘एजेंटों को बीच से हटाएं, नेपाल से सीधी बातचीत रखें’

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नई दिल्ली, 7 फरवरी। नेपाल के उप प्रधानमंत्री व गृह मंत्री रवि लामिछाने ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। लामिछाने का कहना है कि भारत और नेपाल के संबंधों को दोनों देशों के बीच एजेंट बनकर काम कर रहे लोगों से खतरा है, इसलिए पीएम मोदी नेपाल से सीधी बातचीत रखें। उन्होंने यह भी सलाह दी कि पीएम मोदी को अपनी टीम और दूतावास पर काम करना होगा।

मोदी जी, जो लोग आपके नाम पर यहां लूट रहे हैं…’

नागरिकता मामले में अपने पद से हटाए गए रवि लामिछाने ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी को संबोधित करते हुए कहा, ‘मोदी जी, जो आपके नाम पर यहां लूट रहे हैं, वो लोग नेपाल और भारत के संबंध को आगे बढ़ाने का नहीं सोच रहे। आपको लग रहा होगा कि हमारे संबंध बहुत ऊंचाई पर चले गए हैं, लेकिन यह बस बोलने वाली बात है। ये लोग जो एजेंट बनकर काम कर रहे हैं, उन पर विश्वास करना बंद कीजिए, सीधी बात कीजिए आप। कोई एजेंट आपके लिए.. ये भारत का रुख है, कहकर यहां पर जो चला रहा है, उस धंधे को बंद कीजिए।’

नेपाल-भारत संबंध मजबूत बनाना चाहते हैं तो हमें एक साथ जुड़कर रहना चाहिए

लामिछाने ने आगे कहा, ‘अगर आपको सच लगता है कि नेपाल और भारत बहुत अच्छे दोस्त हैं और हमारे रिश्तों को अच्छा बनाना चाहिए तो बीच में कोई आदमी मत भेजिएगा, किसी पत्रकार, किसी एजेंट, किसी प्रकाशक को मत भेजिएगा, सीधी बात कीजिएगा। आपको अपनी टीम पर काम करने की जरूरत है, आपको अपने दूतावास के साथ काम करने की जरूरत है। वहां पर आप ध्यान से देखिएगा…अगर आप नेपाल और भारत के संबंध मजबूत बनाना चाहते हैं तो हमें एक साथ जुड़कर रहना चाहिए। बीच में जगह रख देंगे तो ऐसे लोग आकर आपके नाम पर लूटेंगे।’

नेपाली नेता ने कहा कि ऐसी स्थिति नेपाल और भारत दोनों देशों के लिए खतरनाक है। उन्होंने कहा, ‘ऐसे लोगों की वजह से ही हमारा संबंध कभी भी अच्छा नहीं होगा। ये लोग नेपाल में ऐसी स्थिति बना रहे हैं कि आज राष्ट्रवादी बनना हो तो भारत को गाली देने के लिए लोग मजबूर हो रहे हैं। अगर आप नेपाल-भारत के रिश्ते अच्छे चाहते हैं तो इनको हटाएं।’

कौन हैं रवि लामिछाने?

रवि लामिछाने नेपाल के उप-प्रधानमंत्री और गृह मंत्री थे, जिन्हें फर्जी नागरिकता मामले में दोषी करार दिया गया है। नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने उनका सांसद पद रद कर दिया, जिसके बाद उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया और उन्हें अपनी पार्टी की अध्यक्षता से भी हाथ धोना पड़ा।

लामिछाने पहले एक पत्रकार थे, लेकिन नेपाल के आम चुनावों से पहले जून, 2022 में राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी बनाई। यह पार्टी नेपाल की चौथी सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है। नेपाली कैबिनेट में स्वतंत्र पार्टी के तीन मंत्री हैं। इस पार्टी से नेपाली संसद में 19 सांसद चुनकर गए हैं। लामिछाने पार्टी के अध्यक्ष थे, लेकिन सुप्रीम के फैसले के मुताबिक, पार्टी अध्यक्ष और मंत्री बने रहने के लिए लाछिमाने के पास नेपाली नागरिकता होना जरूरी है।

लामिछाने ने वर्ष 2014 में अमेरिकी नागरिकता स्वीकार कर ली थी, जिसके बाद उनकी नेपाल की नागरिकता अपने आप खत्म हो गई थी। हालांकि, अब लाछिमाने ने नेपाली नागरिकता हासिल कर ली है। इसके बावजूद पुष्प कमल दहल सरकार उनका मंत्री पद बहाल नहीं कर रही है, जिसे लेकर दोनों पक्षों में तनातनी की स्थिति है।