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जीवा हत्याकांड में लापरवाही उजागर – कोर्ट की सुरक्षा में तैनात छह सिपाही निलम्बित, SIT ने लिए बयान

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लखनऊ, 8 जून। लखनऊ कोर्ट में गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या मामले में शासन स्तर से बड़ी काररवाई हुई है और गुरुवार को अफसरों ने कोर्ट की सुरक्षा में तैनात छह पुलिसकर्मियों को निलम्बित कर दिया। इनमें एक महिला सिपाही भी है। शुरुआती पड़ताल में इन पुलिसकर्मियों की लापरवाही उजागर हुई है।

उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर गठित एसआईटी ने गुरुवार शाम जेसीपी कानून व्यवस्था के कार्यालय में जीवा की सुरक्षा में आए 10 पुलिसकर्मियों समेत कई अन्य पुलिसकर्मियों के बयान लिए। फिर मौके पर पहुंचने वाले पुलिस अफसरों से घटना का पूरा ब्योरा लिया।

डीसीपी मुख्यालय ने पुलिस लाइन से डयूटी पर आए हेड कांस्टेबिल सुनील दुबे, मो. खालिद, अनिल और सिपाही सुनील श्रीवास्तव, धर्मेंद्र के निलम्बन का आदेश जारी किया जबकि डीसीपी पश्चिम ने वजीरगंज कोतवाली की सिपाही निधि देवी के खिलाफ निलम्बन की काररवाई की। गुरुवार दोपहर लखनऊ बार में बैठक कर वकीलों ने पुलिस कर्मियों के खिलाफ काररवाई की मांग भी की थी।

एसआईटी ने दो घंटे तक लिए बयान

उधर एसआईटी में शामिल आईजी प्रवीण त्रिपाठी, मोहित अग्रवाल, जेसीपी क्राइम नीलाब्जा चौधरी ने गुरुवार शाम को बयान लेना शुरू किया। फिर कुछ प्रत्यक्षदर्शी पुलिसकर्मियों से भी सवाल जवाब किए। इसके बाद डीसीपी व एडीसीपी से विजय के बयान के बारे में पूछा। उससे मिली रिवाल्वर के बारे में भी जानकारी ली। एसआईटी शुक्रवार को कोर्ट परिसर फिर पहुंचेगी। इस टीम ने बुधवार रात को भी कोर्ट परिसर पहुंच कर घटना के बारे में जानकारी ली थी।

21 जून तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया विजय यादव

उधर जीवा की हत्या करने के साथ कई लोगों को घायल करने के आरोपित विजय यादव उर्फ आनंद यादव को देर शाम मेडिकल कॉलेज जाकर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हृषिकेश पांडेय ने 21 जून तक के लिए न्यायिक हिरासत में लिए जाने का आदेश दिया।

विजय यादव के विरुद्ध पुलिस लाइन में तैनात उपनिरीक्षक उदय प्रताप सिंह ने सात जून को वजीरगंज थाने में धारा 307/ 302/ 332/ 353 आईपीसी एवं 7 क्रिमिनल ला अमेंडमेंट एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बताया जाता है कि घटना के समय विजय यादव को मौके पर ही पकड़ लिया गया था तथा उसके पास से हत्या में प्रयुक्त रिवाल्वर बरामद की गई थी।

विजय मेडिकल कॉलेज के प्राइवेट सर्जिकल वार्ड नंबर 3 ट्रॉमा सेंटर में भर्ती

इस मामले की विवेचना कर रहे इंस्पेक्टर वजीरगंज मनोज कुमार मिश्र ने अदालत में प्रार्थना पत्र देकर कहा है कि घटना के समय विजय यादव को लोगों द्वारा चोटें पहुंचाई गई थी, जिसके कारण वह मेडिकल कॉलेज के प्राइवेट सर्जिकल वार्ड नंबर 3 ट्रॉमा सेंटर में भर्ती है। विवेचक ने न्यायालय से अनुरोध किया कि मरीज की स्थिति गंभीर होने के कारण उसे न्यायलय के समक्ष पेश करना संभव नहीं है, लिहाजा उसका न्यायिक रिमांड मेडिकल कालेज ट्रॉमा सेंटर चलकर स्वीकृत कर लिया जाए। मामले को देखते हुए सीजेएम हृषिकेश पांडे ने कोर्ट मुहर्रिर देवेंद्र सिंह एवं हरेराम उपाध्याय के साथ शाम लगभग 7.30 बजे मेडिकल कॉलेज जाकर अभियुक्त का न्यायिक रिमांड स्वीकृत किया।

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