मुंबई, 28 मार्च। सुप्रीम कोर्ट महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष मामले की सुनवाई कर रहा है और राज्य में सरकार का भाग्य शीर्ष अदालत के फैसले पर निर्भर करता है। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने राज्य की राजनीति को लेकर बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राज्य में शिंदे-फडणवीस सरकार गिर सकती है।
मध्यावधि चुनाव से डर रही राज्य सरकार, राष्ट्रपति शासन लागू होने की उम्मीद
जयंत पाटिल ने मंगलवार को जलगांव में पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बयान दिया। हालांकि यह राय भी व्यक्त की कि मध्यावधि चुनाव के बजाय महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू होने की अधिक संभावना है। पाटिल ने कहा कि राज्य सरकार मध्यावधि चुनाव से डर रही है। सरकार यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि स्थानीय निकायों सहित सभी चुनावों को यथासंभव कैसे टाला जाए। बाजार समिति का चुनाव पार्टी के तौर पर नहीं लड़ा जाता, लेकिन कार्यकर्ता उस चुनाव को लड़ता है और अन्य चुनावों में एनसीपी की भूमिका होती है कि वह सबके साथ मिलकर चुनाव लड़े।
गरीबों का जीना हो गया है मुश्किल
पाटिल ने शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि लोग महंगाई की मार झेल रहे हैं। गरीबों का जीना मुश्किल हो गया है। इस मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए बीजेपी धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम कर रही है।