इंदौर, 24 मई। मशहूर अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने देश के सिनेमाघरों में दर्शकों की घटती तादाद को लेकर चिंता जताते हुए कहा है कि अगर दर्शकों की नाराजगी यूं ही बनी रही, तो सिनेमा बिल्कुल खत्म हो जाएगा। सिद्दीकी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘हम सबके लिए इसकी वजह जानना बहुत जरूरी है कि दर्शक सिनेमाघरों में क्यों नहीं आ रहे हैं? अगर हम लोगों से दर्शकों की नाराजगी इस तरह बनी रही, तो सिनेमा बिल्कुल खत्म हो जाएगा।’
सिद्दीकी ने कहा कि दर्शकों को ‘कोई भी गलती माफ करके’ सिनेमाघरों का रुख करना चाहिए ताकि वे बड़े परदे पर फिल्मों का लुत्फ ले सकें। उन्होंने हालांकि इस तथाकथित गलती का विस्तृत ब्योरा नहीं दिया।
फिल्म “गैंग्स ऑफ वासेपुर” में निभाए गए किरदार को अपने करिअर का सबसे अहम मोड़ बताने वाले 49 वर्षीय अभिनेता ने कहा, ’आप जब बड़े परदे पर कोई फिल्म देखते हैं, तो किरदारों की गहराई में जाते हैं, जबकि छोटे परदे पर आप केवल फिल्म की कहानी के साथ आगे बढ़ते हैं।’
सिद्दीकी 26 मई को रिलीज होने वाली अपनी अगली फिल्म ‘जोगीरा सारा रारा’ के प्रचार के लिए सह अभिनेत्री नेहा शर्मा के साथ इंदौर आए थे। टिकट खिड़की पर ‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘द केरल स्टोरी’ जैसी फिल्मों की बम्पर कमाई के बारे में पूछे जाने पर सिद्दीकी ने कहा कि चूंकि उन्होंने ये फिल्में देखी नहीं हैं, इसलिए वह इनके बारे में कुछ भी नहीं कह सकते। उन्होंने हालांकि कहा कि किसी भी फिल्म को दर्शकों तक पहुंचाने के लिए उसका प्रचार किया जाना जरूरी है।
गौरतलब है कि ‘‘द केरल स्टोरी’’ के साथ ही सिद्दीकी की प्रमुख भूमिका वाली फिल्म ‘‘अफवाह’’ भी पांच मई को परदे पर उतरी थी। हालांकि, टिकट खिड़की पर अब तक 200 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर चुकी ‘‘द केरल स्टोरी’’ के सामने ‘‘अफवाह’’ बुरी तरह पिट गई। सिद्दीकी ने अपने चिर-परिचित अंदाज में ठहाका लगाते हुए कहा, ‘‘एक तरह से देखा जाए तो मेरी यह फिल्म भी किसी अफवाह-सी हो गई।’’
सिद्दीकी ने एक सवाल पर कहा कि ‘‘रमन राघव 2.0″ और ‘‘मंटो’’ जैसी फिल्मों में काम करने के बाद उनके लिए इन फिल्मों में निभाए किरदारों से बाहर निकलना बहुत मुश्किल हो गया था और उनकी जिंदगी बहुत अस्त-व्यस्त हो गई थी। सिद्दीकी ने बताया कि फिल्म ‘‘हड्डी’’ के लिए कुछ महीने पहले निभाई ट्रांसजेंडर की भूमिका से बाहर निकलना भी उनके लिए कठिन था और इस किरदार की जकड़ से आजाद होने के लिए वह काम से विराम लेकर अपने गांव गए थे।