पणजी, 30 अक्टूबर। भारतीय नौसेना के प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार ने सोमवार को कहा कि भारत सरकार कतर में मौत की सजा पाने वाले भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों को राहत दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। यहां चल रहे गोवा मैरीटाइम कॉन्क्लेव के चौथे संस्करण के मौके पर एडमिरल कुमार ने कहा कि वह कतर की अदालत द्वारा मामले में सुनाए गए आदेश की कॉपी का इंतजार कर रहे हैं।
एडमिरल आर. हरि कुमार ने कहा, ‘मैंने अभी तक कतर की अदालत द्वारा दिए गए आदेश की कॉपी नहीं देखी है। भारत सरकार को कतर से रविवार को आदेश की कॉपी मिली है। हम इस पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। वैसे इस मामले में विदेश मंत्रालय ने भी बयान दिया है। भारत सरकार द्वारा इस मामले में हर संभव प्रयास किया जा रहा है ताकि पूर्व नौसैनिक भारत वापस आ सकें।’
इससे पहले दिन में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने नौसेना के आठों पूर्व अफसरों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें इस बात का आश्वासन दिया कि भारत सरकार इस मामले को बेहद संजीदगी से ले रही है।
उन्होंने कहा, ‘आज सुबह कतर में हिरासत में लिए गए 8 भारतीयों के परिवारों से मुलाकात की। हमने उनसे कहा कि भारत सरकार इस मुद्दे को सर्वोच्ता के आधार पर महत्व दे रही है। हमने उन परिवारों की चिंताओं और दर्द को पूरी तरह से साझा किया और इस बात का भरोसा दिया कि सरकार सभी पूर्व अफसरों की रिहाई के लिए लगातार काम कर रही है।’
गौरतलब है कि बीते 26 अक्टूबर को कतर की एक अदालत ने भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों को जाजूसी के आरोप में मौत की सजा सुनाई है। मौत की सजा पाने वाले अफसर अगस्त, 2022 से ही कतर में अघोषित आरोपों के संबंध में गिरफ्तार किए गए थे। जब वे एक निजी कम्पनी दहरा ग्लोबल के लिए काम कर रहे थे।