मुंबई, 30 जून। महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट से पहले ही उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है। इस पर अब अमरावती की सांसद नवनीत राणा ने तंज कसते हुए उन पर सत्ता का लालच रखने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा तो दे दिया है, लेकिन इसमें बहुत देर कर दी। वह आखिरी तक पद के लालच में ही बने रहे।
नवनीत राणा ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा, ‘उन्होंने इस्तीफा देने में देरी कर दी। जिस दिन उनके परिवार के 40 सदस्य घर छोड़कर बाहर निकले थे, उसी दिन इस्तीफा दे देना था। आखिरी दिन तक पद के लिए जो लालच उन्होंने रखा, उसका जवाब उन्हें देना होगा।’
उद्धव ने पिता बालासाहेब की 56 वर्षों की मेहनत पर पानी फेर दिया
यही नहीं नवनीत राणा ने उद्धव ठाकरे पर विचारधारा से समझौता करने और पिता की मेहनत को बर्बाद करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘शिवसेना बालासाहेब ठाकरे ने बनाई थी, लेकिन उद्धव ठाकरे ने 56 वर्षों की उनकी मेहनत पर ही पानी फेर दिया। अपने अहंकार के चलते उन्होंने पार्टी का यह हाल किया है।’
‘मुझे 14 दिनों तक जेल में काटने पड़े, लेकिन मेरा दोष ही क्या था’
नवनीत राणा ने कहा, ‘उद्धव ठाकरे के पास सिर्फ संजय राउत, अनिल परब और आदित्य ही बाकी रह गए हैं। ये लोग भी मजबूरी में हैं। इसकी वजह यही है कि उन्होंने जिस तरह से लोगों पर अत्याचार किए हैं। मुझे 14 दिनों तक जेल में काटने पड़े, लेकिन मेरा दोष ही क्या था? यही कि मैंने हनुमान चालीसा पढ़ने की बात कही थी।’ इससे पहले एकनाथ शिंदे की बगावत पर भी नवनीत राणा ने तंज कसते हुए कहा था, ‘मैं तो प्रदेश के कल्याण के लिए हनुमान चालीसा का जाप कर रही हूं।’
यही नहीं दिल्ली में राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के दौरान वह पुष्पा स्टाइल में नजर आई थीं। तब उन्होंने भले ही कुछ नहीं कहा था, लेकिन उनकी इस अदा को उद्धव ठाकरे और शिवसेना पर आए संकट से जोड़कर देखा जा रहा था।
गौरतलब है कि नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा ने लाउडस्पीकर विवाद के दौरान उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का एलान किया था। इस पर उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया था और जेल तक जाना पड़ गया था।