चंडीगढ़, 15 सितम्बर। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अकाली दल पर प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों की नींव अकाली दल के बादल परिवार ने रखी थी। बुधवार को यहां आहूत प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिद्धू ने यह भी दावा किया कि जो कृषि कानून पंजाब में लागू किए गए, वे ही बाद में केंद्र की एनडीए सरकार ने लागू कर दिए।
पंजाब के कृषि कानूनों को केंद्र सरकार ने हूबहू लागू कर दिया
नवजोत सिंह सिद्धू ने आरोप लगाया कि वर्ष 2013 में पंजाब विधानसभा में ये एक्ट प्रकाश सिंह बादल ने पेश किया था। बादल सरकार द्वारा जो एक्ट विधानसभा में लाया गया था, उसमें एमएसपी का जिक्र ही नहीं था। किसानों के पास कोर्ट जाने का अधिकार नहीं था और जमीन को लेकर भी दिक्कतें थीं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुल 10 प्वॉइंट रखने वाले सिद्धू ने कहा कि बादल सरकार ने जब पंजाब में यह कानून लागू किया तो अकाली दल एनडीए का ही हिस्सा था। बाद में इसी कानून को हूबहू केंद्र में लागू कर दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि कृषि कानूनों के जरिए किसानों को गुलाम बनाने की कोशिश की गई है।
अर्से बाद राज्य कांग्रेस की अंदरूनी कलह की छाया से बाहर निकले सिद्धू
दिलचस्प यह है कि हाल के महीनों में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का लगातार विरोध करने वाले सिद्धू पहली बार राज्य कांग्रेस की अंदरूनी कलह की छाया से बाहर निकलते दिखते और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष की हैसियत से पूरे फॉर्म में नजर आए। समझा जाता है कि केंद्रीय आलाकमान की नसीहतों असर पड़ा और वह एक बार फिर अपने मिशन में जुट गए हैं। इसकी खास वजह यह है कि पंजाब में भी अगले वर्ष विधानसभा चुनाव हैं और कांग्रेस के सामने इस बार आम आदमी पार्टी (आप) असल चुनौती खड़ी कर रही है।