दार्जिलिंग, 6 अक्टूबर। पश्चिम बंगाल के मिरिक और दार्जिलिंग पहाड़ियों में रविवार को लगातार बारिश के कारण हुए भारी भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है। वहीं इस घटना में कई लोगों के घायल होने की खबर है। भूस्खलन के कारण कई घर जमींदोज हो गए, कई सड़कें टूट गई हैं जिससे आवागमन बाधित हो गया है। दूरदराज के कई गांवों का संपर्क टूट गया तथा सैकड़ों पर्यटक फंस गए। उधर, सीएम ममता बनर्जी प्रभावित इलाकों का दौरा कर हालात का जायजा लेंगी।
NDRF और बंगाल सरकार के दार्जिलिंग व जलपाईगुड़ी जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक कई स्थानों – सरसली, जसबीरगांव, मिरिक बस्ती, धार गांव (मेची), नागराकाटा और मिरिक झील क्षेत्र से लोगों के मारे जाने की खबर है। पास के जलपाईगुड़ी जिले के नागराकाटा में एक अलग बचाव अभियान में भूस्खलन के मलबे से पांच शव बरामद किए गए। एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया, “अब तक मिरिक, दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी में कुल 23 लोगों की मौत हो चुकी है।”
- बढ़ सकती है मृतकों की संख्या
उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा ने जान-माल के नुकसान को दुखद बताते हुए हालात को चिंताजनक बताया है। उन्होंने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। दार्जिलिंग क्षेत्र को नियंत्रित करने वाले गोरखालैंड प्रादेशिक प्रशासन (जीटीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनित थापा ने कहा कि “पहाड़ों की रानी” के रूप में प्रसिद्ध इस सुरम्य क्षेत्र में 35 जगहों पर भूस्खलन की सूचना मिली है। एनडीआरएफ के बयान के अनुसार, भूस्खलन से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र मिरिक में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई है और सात घायलों को क्षेत्र से बचा लिया गया है। दार्जिलिंग में सात लोगों की मौत हो गई और पुलिस, स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रतिक्रिया टीमों की मदद से बचाव अभियान जारी है।
जलपाईगुड़ी जिले के नागराकाटा में एक अलग बचाव अभियान में भूस्खलन के मलबे से पांच शव बरामद किए गए हैं। दुर्गा पूजा और पूजा के बाद के उत्सवों का आनंद लेने के लिए दार्जिलिंग की पहाड़ियों में आए सैकड़ों पर्यटक भारी वर्षा के कारण हुए भूस्खलन के कारण फंस गए हैं। उनमें से कई, जिनमें कोलकाता और बंगाल के अन्य हिस्सों से आए परिवार और समूह शामिल थे, मिरिक, घूम और लेपचाजगत जैसे लोकप्रिय स्थानों पर जा रहे थे। पहाड़ियों पर शनिवार से ही बारिश हो रही थी।
- ममता आज प्रभावित इलाकों का करेंगी दौरा
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीड़ितों के लिए मुआवजे की घोषणा की, लेकिन राशि का उल्लेख नहीं किया और कहा कि वह आज उत्तर बंगाल का दौरा करेंगी और क्षेत्र की स्थिति का आकलन करेंगी, जहां बड़ी संख्या में पर्यटक भी प्रभावित हुए हैं। उन्होंने मरने वालों का कोई आंकड़ा नहीं दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मौतों पर शोक जताया और कहा कि भारी बारिश और भूस्खलन के मद्देनजर दार्जिलिंग और आसपास के क्षेत्रों की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। नागराकाटा के धार गांव में मलबे से कम से कम 40 लोगों को बचाया गया जहां भारी भूस्खलन के कारण कई घर ध्वस्त हो गए।

