भोपाल, 30 दिसम्बर। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा आरोपी कालीचरण की खजुराहो से गिरफ्तारी के तरीके पर आज आपत्ति जताते हुए कहा कि वहां की कांग्रेस सरकार को ‘इंटर स्टेट प्रोटोकॉल’ का उल्लंघन नहीं करना चाहिए था।
श्री मिश्रा ने यहां मीडिया से चर्चा में कहा कि महाराज कालीचरण को गिरफ्तार करने के तरीके पर उन्हें सख्त आपत्ति है। वहां की सरकार ने इंटर स्टेट प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया।
गृह मंत्री ने कहा कि उन्होंने मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए हैं कि वे छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक से तुरंत चर्चा करके आपत्ति जताएं और अपना विरोध दर्ज कराएं। बगैर सूचना के गिरफ्तार करना आपत्तिजनक है। संघीय मर्यादा इसकी इजाजत नहीं देती हैं। उन्हें सूचना देना चाहिए था। छत्तीसगढ़ सरकार चाहती तो उन्हें (कालीचरण को) नोटिस देकर भी बुलवा सकती थी।
वहीं कालीचरण की गिरफ्तारी को लेकर एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के सवाल उठाने पर कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने निशाना साधा है। उन्होंने इस गिरफ्तारी को लेकर शिवराज सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाए हैं। नरेंद्र सलूजा ने कहा, ‘बड़े शर्म की बात है कि गृह मंत्री इस कार्यवाही का स्वागत करने की बजाय इस पर सवाल उठा रहे हैं, कायदे से एमपी पुलिस को खुद उन्हें गिरफ़्तार करना चाहिये था लेकिन लगता है कि शिवराज सरकार उन्हें संरक्षण दे रही थी।
वहीं छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने इस पूरे विवाद पर तंज कसा है। उन्होंने लिखा कि न्याय में इतना विलम्ब नहीं होना चाहिए कि वो अन्याय लगने लगे। सीएम बघेल ने कार्रवाई की जानकारी देते हुए ट्वीट के जरिए कहा, छत्तीसगढ़ पुलिस ने कालीचरण महाराज के परिवार और वकील को उनकी गिरफ्तारी की सूचना दे दी है। 24 घंटे के अंदर उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।